किन ग्रहों पर है जीवन, क्या बारिश की बूंदों से चल सकता है पता
बूंदों के व्यवहार की समझ न केवल ग्रहों के अतीत को समझने में मदद देंगी साथ ही इससे उन ग्रहों की पहचान में मदद ...
सरकार की वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना से किसको होगा फायदा?
सरकार विज्ञान सामग्री प्रकाशन उद्योग के साथ समझौता करने में लगी है जो ओपन एक्सेस और ज्ञान साझा करने की सच्ची भावना के खिलाफ ...
तिब्बत के ग्लेशियर में मिले 15000 साल पुराने 33 वायरस, 28 से है दुनिया पूरी तरह अनजान
तिब्बत के ग्लेशियर से लिए गए बर्फ के दो नमूनों में वैज्ञानिकों को 15000 साल पुराने 33 वायरस मिले हैं, इनमें से 28 हमारे ...
किस तरह की रेत का उपयोग किया जाए ताकि भूकंप का खतरा कम हो, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
वैज्ञानिकों ने बताया कि ढलानों और दीवारों जैसी संरचनाओं के स्थिरता के लिए उपयोग की जाने वाली प्राकृतिक रेत के स्थान पर अनियमित आकार ...
टोक्यो ओलंपिक का असली “गोल्ड” मिलेगा खेल विज्ञान को
इस ओलंपिक में जितनी बड़ी संख्या में खिलाड़ी होंगे, उतनी ही संख्या में खेल विज्ञान विशेषज्ञ होंगे
ततैया की आंतों के जरिए सूत्रकृमि करते हैं अपनी यात्रा
अध्ययन का एक संदेश यह है कि सूत्रकृमि जैसे बेहद सूक्ष्म जीवों की भी निर्णय लेने की प्रक्रिया बेहद जटिल होती है। निर्णय लेने ...
वैज्ञानिकों ने सूर्य के पूरे क्रोमोस्फीयर में पाये जाने वाले प्लाज्मा जेट्स का लगाया पता
विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा सौर हवा को प्लाज्मा की आपूर्ति की जाती है और सौर वायु मंडल 10 लाख डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाता ...
लगातार सौर प्रेक्षणों का डिजिटलीकरण, जलवायु पर सूर्य के प्रभाव का पता लगाने के लिए अहम
डिजिटल रिकॉर्ड दुनिया भर के वैज्ञानिकों को सूर्य में होने वाले बदलाव और जलवायु पर इसके प्रभाव के अध्ययन को आगे बढ़ाने में मदद ...
धूल भरी है मंगल ग्रह की बर्फ, शोध में आया सामने
हाल ही में किए एक नए शोध से पता चला है कि मंगल ग्रह पर मौजूद बर्फ धूल से भरी है और वो समय ...
वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान संचार में सुधार के लिए बनाया नया उपकरण
ऐसे उपकरणों का विकास प्राकृतिक आपदाओं और अन्य आपात स्थितियों में भरोसेमंद स्काईवेव संचार प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है
71 साल पहले दिखे चमकते ऑब्जेक्ट, क्या तारे थे या फिर एलियन से जुड़े हैं उनके तार
आज से करीब 71 साल पहले दिखे वो प्रकाशित ऑब्जेक्ट क्या तारे थे या फिर उनका संबंध एलियन से था, यह अब तक एक ...
बादलों को चमकदार बनाकर तापमान को कम करते हैं पौधों से बनने वाले एरोसोल
अध्ययन के मुताबिक प्राकृतिक एरोसोल जलवायु के गर्म होने को धीमा कर सकते हैं
यूरिया के कचरे से हाइड्रोजन बनाने के लिए 70 फीसदी तक कम होगी ऊर्जा की जरूरत
भारत यूरिया उत्पादन में शीर्ष देशों में से एक है और यहां 2019-20 के दौरान 244.55 एलएमटी यूरिया का उत्पादन हुआ
जुगाड़ का डंका
किफायती नवाचार एक नई अवधारणा है, जिसे अपना कर कंपनियां विकासशील देशों में तकनीक ले जा रही हैं
मन की गूढ़ बातें पढ़ता विज्ञान
इंसानी विचारों को पढ़ने की क्षमता रखने वाली प्रौद्योगिकियों का हाल के वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। मोटे तौर पर कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) ...
बैठे ठाले: ई से एमसी स्क्वायर
“आज जिसे आइंस्टीन का फॉर्मूला कहा जा रहा है, वह हजारों साल पहले हमने ही आविष्कार किया था”
जग बीती : धरती से चांद तक
जग बीती: शिक्षा में क्रांति!
बैठे ठाले: जीपीटी चाट भंडार
“इस चैट-जीपीटी से डर पढ़े-लिखे लोगों को है। हम अशिक्षित भक्त क्यों डरें”
जग बीती: ऐसे उड़ेगा गगनयान!
जग बीती: पेगासस से जनता की जासूसी
जग बीती: होम वर्क
देशी मवेशियोंं की चराई से मिट्टी में कम हो रही कार्बन की मात्रा : शोध
हिमालय के स्पीति क्षेत्र में किए गए एक व्यापक अध्ययन में यह बात निकल कर आई है। यह शोध ग्लोबल चेंज बायोलॉजी जर्नल में ...
नैनोट्यूब सेंसर शुरु में ही बता देगा क्यों नहीं बढ़ रहा पौधा
खाद्य सुरक्षा के साथ किसानों की उपज बढाने के लिए यह तकनीकी काफी उपयोगी हो सकती है।
जापान में जलपरी : 300 साल पुरानी ममी से वैज्ञानिक खोलेंगे राज
जापान में एक पुरानी मान्यता यह भी थी कि जलपरी यानी निंग्यो का मांस खाने से अमरता मिल सकती है।