कब, कहां और कैसे हुई स्मॉग प्रदूषण की शुरुआत
स्मॉग का जिक्र सबसे पहले 1905 में लंदन के रसायनशास्त्री एचए डेस वॉक्स ने किया था। लंदन में हजारों लोगों की मौत के बाद ...
सर्दियों में कोहरा और वायु प्रदूषण: केवल दिल्ली-एनसीआर की समस्या नहीं रहा: सीएसई
सीएसई के नया शोध व विश्लेषण के मुताबिक, सर्दी में पूरा उत्तर भारत कोहरे के चादर में लिपट जाता है और छोटे शहरों में ...
बड़ी समस्याओं के लिए बड़े उपाय
पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फसलों को जलाने की समस्या आ गई है। इस समस्या का समाधान मुमकिन है। यह समस्या ...
नया कंप्यूटर महीनों पहले कर देगा वायु प्रदूषण स्तर की भविष्यवाणी
वैज्ञानिकों ने एक कंप्यूटर मॉडल विकसित किया है, जो उत्तर भारतीय राज्यों में 'स्मॉग के मौसम' में वायु प्रदूषण के स्तर का सटीक अनुमान ...
स्मॉग से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने बनाया नया स्प्रेयर
चंडीगढ़ स्थित केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संस्थान (सीएसआईओ) के वैज्ञानिकों ने एक वाटर स्प्रेयर विकसित किया है, जो स्मॉग को कम करने में कारगर हो ...
उत्तर भारत में बढ़ गए सर्दी के दिन
मैदानी व पर्वतीय इलाकों में इस बार ज्यादा हुई बारिश और बफर्बारी
क्या होता है स्मॉग टावर? कैसे करता है हवा को साफ यहां जाने
स्मॉग टावर बड़े पैमाने पर हवा को साफ करने के लिए डिजाइन की गई संरचनाएं हैं
सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड से बने सल्फेट से वातावरण में फैलती है धुंध व कोहरा
एक अध्ययन में कहा गया है कि धुंध और कोहरे को कम करने के लिए हमें प्रदूषक तत्व एसओ2 और एनओएक्स को रोकना होगा, ...
ओजोन प्रदूषण, अच्छी या खराब ओजोन क्या होती है?
गर्मियों के दौरान ओजोन एक प्रमुख प्रदूषक होने के साथ-साथ इसमें प्रदूषण के कण (पार्टिकुलेट मैटर) भी होते हैं, जो स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान ...
चेतावनी : दिवाली तक दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के शहरों में वायु गुणवत्ता हो सकती है गंभीर
22 अक्तूबर 2022 को दिल्ली और आस-पास (एनसीआर) के शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब से बहुत खराब के बीच बनी हुई है
दिल्ली में रात में कैसे बढ़ जाता है प्रदूषण का स्तर, वैज्ञानिकों ने लगाया पता: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि बहुत अधिक कण स्तर का सीधा संबंध लकड़ी जलाने से निकलने वाले धुएं से है
दिवाली 2022 : गंभीर प्रदूषण के मुहाने पर पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा, 26 अक्टूबर तक ऐसे ही रहेंगे हालात
पटाखों और पराली पर नियंत्रण के बावजूद दिल्ली समेत उत्तर भारत के प्रमुख शहरों की वायु गुणवत्ता खराब से बहुत खराब श्रेणी में झूल ...
पराली, पटाखों और बदले मौसम की वजह से छाई दिल्ली-एनसीआर पर जहरीली धुंध: सीएसई
इस वर्ष अब तक धुंध की औसत सघनता प्रति दिन 329 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई है, जोकि 2020 में छाई धुंध ...
जाड़ों में वायु प्रदूषण और धुंध का दिख रहा है नया पैटर्न : सीएसई रिपोर्ट
इस साल लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण पीएम 2.5 का स्तर कम रहा, बावजूद इसके सर्दियों की शुरुआत और अनलॉक होने के साथ ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: दिल्ली में स्मॉग टावर लगाने के समझौते से पीछे हटा बॉम्बे आईआईटी, कोर्ट ने चेताया
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार