भारत के लिए चुनौती बना ठोस कचरे का निपटान
भारत के शहरों के पास इस कचरे के निपटान के लिए कोई जगह या साधन नहीं है और ना ही सरकारों के पास इच्छा ...
कूड़े से बिजली बनाने की योजना पर उठते सवाल
कूड़े से बिजली बनाने वाले संयंत्रों को कचरे के निपटान का चमत्कारी तरीका माना जा रहा है। लेकिन यह विकल्प कितना व्यवहारिक है?
भोपाल का कचरा लील रहा है अर्जुन नगर गांव को
अब तक गांव विकास योजनाओं या बड़े बांधों के निर्माण के कारण उजड़ते थे लेकिन अब गांवों के उजाड़ने का कारण शहरी कचरा बनता ...
अब गीले कचरे का भी उपचार, आईआईटी खड़गपुर ने निकाला रास्ता
अब तक सिर्फ सूखे कचरे पर ही ध्यान था। अब विकसित की गई नई प्रकिया में गीले और नम कचरे का भी रिसाइकल होगा। ...
50 घंटे से जल रहा देहरादून में कचरे का पहाड़, प्रशासन छिपा रहा है सूचना
पिछले चार वर्ष से ज्यादा समय से देहरादून और आसपास के कस्बों के कचरे से बना पहाड़ पिछले 50 घंटे से ज्यादा समय से ...
विरोध से ही निकलेगा रास्ता
यह तथ्य है कि ‘नॉट इन माई बैकयार्ड’ अर्थात ‘मेरे घर के पास नहीं’ जैसा विरोध कचरा प्रबंधन में मील का पत्थर साबित हो ...
कचरे के पहाड़ में दब रहे हैं महानगर, जानें सभी राज्यों का हाल
भारत में अपशिष्ट प्रबंधन की दोषपूर्ण व्यवस्था के कारण अधिकांश कचरा बिना ट्रीट हुए लैंडफिल साइटों तक पहुंचता है
7 लोगों की मौत के मामले में एनजीटी सख्त, लुधियाना नगर निगम पर लगाया 100 करोड़ का जुर्माना
20 अप्रैल 2022 को लुधियाना के ताजपुर रोड पर डंप साइट में आग लग गई गई थी, जिसमें सात लोगों की जलने से मौत ...
स्वीडन कैसे कचरा मुक्त भराव क्षेत्र वाला देश बना
समान उद्देश्य के लिए काम कर रहे कानून, कार्यान्वयन और समीक्षा की दिलचस्प कहानी
किस्सा कचरे का
मानव अपने शुरुआती समय में न के बराबर कूड़ा-कचरा पैदा करता था क्योंकि उस समय के इंसानों की जरूरतें भी आज के मुकाबले बहुत ...
वैज्ञानिकों ने खोजी बीटल लार्वा की एक नई प्रजाति जो प्लास्टिक का कर सकती है सफाया
वैज्ञानिकों ने कोरिया में एक नई बीटल लार्वा की प्रजाति को खोज निकला है, जो प्लास्टिक का सफाया कर सकती है
“पुन: इस्तेमाल की अवधारणा भारतीय जीवनशैली का एक अभिन्न अंग रहा है”
“इस्तेमाल करो और फेंको” की जीवन शैली से अलग हट कर एक नए मुकाम की ओर अग्रसर शैलजा रंगराजन
पहली बार इंसान के खून में मिला माइक्रोप्लास्टिक, जानिए क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों को 10 में से 8 लोगों के रक्त में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले थे। इनमें से करीब आधों में पीईटी प्लास्टिक पाया गया ...
पर्यावरण के लिहाज से कितना सही है आपका टूथब्रश, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
शोध के अनुसार आम प्लास्टिक टूथब्रश की तुलना में इलेक्ट्रिक टूथब्रश पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए कहीं ज्यादा हानिकारक होता है
अरावली में एक और कूड़े के पहाड़ की तैयारी, विरोध में उतरे लोग
गुड़गांव के बंधवाड़ी इलाके में खड़े कूड़े के पहाड़ का हल अभी नहीं निकला है, लेकिन अब पाली गांव में कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बनाने ...
साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से लोगों को कैंसर का खतरा
ग्राउंड रिपोर्ट-2 : देहरादून से 30 किमी दूर कचरे के प्रबंधन के लिए बनाया प्लांट काम नहीं कर रहा है, जिससे आसपास रह रहे ...
कचरे के पहाड़ की वजह से खतरे में है 2 लाख लोगों का जीवन
ग्राउंड रिपोर्ट: देहरादून से 30 किमी दूर कचरे के प्रबंधन के लिए बनाया प्लांट काम नहीं कर रहा है, जिससे आसपास रह रहे 2 ...
खुद ही कचरा निस्तारण कर मिसाल बना रानीखेड़ा गांव
कभी शहर भर का कचरा अपने गांव के बाहर डालने का विरोध करने वाले गांव रानीखेड़ा के लोगों ने दिल्ली ही नहीं पूरे देश के लिए ...
टॉयलेट फ्लश में ठोस कचरा बढ़ा सकता है कोविड-19 संक्रमण : रिसर्च
कोविड-19 महामारी के दौरान ठोस और न गलने वाला गैर-जैविक कचरा आने वाले समय में एक बड़ी और नई मुसीबत पैदा कर सकता है। ...
कबाड़ का व्यापार: किस हद तक सही?
पहले तो हम कचरा पैदा करते हैं और भूमि एवं आजीविका को नष्ट कर देते हैं। उसके बाद गरीब किसानों के पास कोई चारा ...
आदमपुर कचरा खंती की आग बारिश तक नहीं बुझेगी
भोपाल की नई लैंडफील एरिया में फिर लगी आग को बुझाने वाले निगम कर्मियों का दावा
महज किताब ही नहीं, आईना भी
“जल थल मल” हमारे समाज, विज्ञान और पर्यावरण के अनछुए पहलुओं पर रोशनी डालती है
कूड़े-कचरे की डंपिंग से पहाड़ों पर त्रासदी को न्यौता
जैसे-जैसे संवेदनशील जगहों पर जोखिम के खेल खेलने का चलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इन ग्लेशियर्स और ऊंची चोटियों पर कचरे की मौजूदगी और ...
सुलग रही है भोपाल की लैंडफिल साइट, कई इलाकों में फैला जहरीला धुआं
प्रदूषण का स्तर तीन गुणा अधिक बढ़ने के कारण आसपास की कॉलोनियों और गांवों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है
2019 में 271 लाख करोड़ रुपए थी प्लास्टिक उत्पादन की सामाजिक लागत, भारत की जीडीपी से भी है ज्यादा
अनुमान है कि 2040 तक यह लागत बढ़कर 520.2 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगी, जो 2018 में वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य पर किए गए कुल खर्च का करीब 85 फीसदी है