पर्यावरण की दशा-दिशा 2020: इन 483 पौधों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में जैव विविधता का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया है
दुर्लभ चमगादड़ों की संख्या में तेजी से गिरावट
एक अध्ययन से पता चला है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित देश इंडोनेशिया और फिलीपींस में दुर्लभ प्रजाति के फ्लाइंग फॉक्सेस चमगादड़ों की आबादी ...
इंसान की बढ़ती लालसा का शिकार हुईं 85 फीसदी प्रजातियां
पर्यावरण पर इंसान के बढ़ते हस्तक्षेप के कारण खतरे में हैं, जमीन पर रहने वाले रीढ़दार जीवों की 17,500 से अधिक प्रजातियां
दुनिया भर में विलुप्त हो रही नई प्रजातियों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी : विशेषज्ञ
आने वाले दशकों में आगे की प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं। इसलिए, विलुप्त होने के खतरे को कम करना बहुत जरूरी है
50 फीसदी तक कम किया जा सकता है प्रजातियों के विलुप्ति का खतरा: शोध
पहली बार सामने आए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अगर भूमि का संरक्षण सही तरीके से किया जाए तो प्रजातियों के ...
कैसे मान लें कि विलुप्त हो रही हैं प्रजातियां, वैज्ञानिक ढूंढ़ रहे फार्मूला
हमें जानना होगा कि पूर्व में कितने शेर रहे होंगे और कितनों का शिकार हुआ होगा, अब कितने बचे हैं
तस्वीरों में देखें, धरती की सबसे बड़ी विलुप्तियां
धरती अब तक पांच बड़ी विलुप्तियों की गवाह बन चुकी है और छठी विलुप्ति का क्रम जारी है। धरती के इतिहास में सबसे बड़ी ...
विलुप्ति से बचाएगा शेरों का नया आनुवंशिक अध्ययन
शोधकर्ताओं ने शेरों को विलुप्ति से बचाने के लिए उनके जीनोम का एक व्यापक परीक्षण किया है। एक जीव का जीनोम उसके वंशानुगत जानकारी ...
यूरोपीय संघ के मेंढकों के आयात से एशिया और पूर्वी यूरोप में इनके अस्तित्व पर मंडराया खतरा: रिपोर्ट
यूरोपीय संघ प्रति वर्ष लगभग 4070 टन मेंढकों के पैरों का आयात करता है, जो लगभग 81 से 20 करोड़ मेंढकों के बराबर है।
बुझ रही है कुदरत की लालटेन
मौसम के बदलाव का संकेत देने वाले जुगनू जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से खत्म होते जा रहे हैं
इन तस्वीरों में दिख रही प्रजातियों को हम कभी नहीं देख पाएंगे
मनुष्यों ने अपनी हरकतों से दुर्लभ जीवों की बहुत-सी प्रजातियों को हमेशा के लिए खत्म कर दिया है। यह काम हमने मुख्य रूप से ...
खतरे में समुद्री मेगाफ्यूना, जैवविविधता को होगा भारी नुकसान
यदि इसी तरह चलता रहा, तो अगले 100 वर्षों में औसतन 18% समुद्री मेगाफ्यूना की प्रजातियों का नुकसान हो सकता है, जिससे पारिस्थितिक कार्यों ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस विशेष: क्या कागजी कसरतों से हो पाएगा जैव विविधता का संरक्षण?
जैव विविधता संरक्षण को लेकर दुनिया ने अपने लक्ष्य तो तय कर लिए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इन लक्ष्यों को हासिल करने ...
कानूनी संरक्षण के अभाव में जर्जर हालत में पहुंचे करोड़ों वर्ष पुराने भूस्मारक
भारत सरकार की नई राष्ट्रीय खनिज नीति देखकर लगता है कि अगली पीढ़ी को भूगर्भीय इतिहास से परिचित कराने में सरकार की कोई रुचि ...
डायनासॉर काल में धरती पर मौजूद थीं मधुमक्खियां?
वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया है कि विलुप्त हो चुके डायनासॉर के जमाने में भी मधुमक्खियां होती थी और मधुमक्खियां और डायनासॉर तकरीबन ...
जलवायु नहीं, 96 फीसदी लोग हैं मौजूदा जैव संकट के जन्मदाता : रिपोर्ट
शोधकर्ताओं के अनुसार स्तनधारियों की वर्तमान विलुप्ति दर डायनासोर युग के अंत के बाद से सबसे बड़ी विलुप्त होने की घटना है।
2019 विज्ञान की चुनिंदा तस्वीर : मम्मा से आया मैमल्स, पहला स्तनधारी चूहा धरती से विलुप्त
मुरिडे परिवार में रहने वालों के दांत ही उनकी बड़ी पहचान हैं। छोटे, पैने और तीखे दांत सब कुछ कतर देते हैं, जिन्हें हम ...
जलवायु परिवर्तन से ‘मारमोट’ का जीवन खतरे में: अध्ययन
मारमोट एक प्रकार की बड़ी गिलहरी की प्रजाति है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालय, लद्दाख और देओसाई पठार आदि में पाई जाती है
पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।
तेजी से विलुप्त हो रही हैं भारतीय पेड़ों की यह प्रजातियां
भारत को आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण पेड़ों की उन स्थानिक प्रजातियों को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो तेजी से लुप्त होती जा ...
शाकाहारी जीवों पर अधिक है विलुप्ति का खतरा, जानें क्यों
पिछले 500 वर्षों में कम से कम 368 कशेरुक प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं।
जंगली मधुमक्खियों और देशी पौधों की 94% प्रजातियां हो गई गायब
एक अध्ययन में पाया गया कि पिछले 30 वर्षों में दुनिया भर में खासकर उत्तर-पूर्वी अमेरिका में जलवायु परिवर्तन और कृषि के बढ़ते दायरे ...
लगातार कम हो रहे है साइकैड के पौधे, पारिस्थितिकी तंत्र में निभाते है अहम भूमिका
अध्ययन में पाया गया कि साइकैड पौधों की दो प्रजातियां मिट्टी के माध्यम से नाइट्रोजन और कार्बन को साझा करती हैं, जिससे अन्य जीवों ...
निएंडरथल थे मानवता के प्रतिबिंब
निएंडरथल के डीएनए पृथ्वी पर कभी वर्तमान जितनी मात्रा में नहीं रहे
लुप्त होती जा रही प्रजातियां को बचा सकते हैं संरक्षित क्षेत्र
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के नेतृत्व वाली शोध टीम ने खुलासा किया है कि कई लुप्तप्राय स्तनपायी प्रजातियां संरक्षित क्षेत्रों पर निर्भर हैं। संरक्षित क्षेत्रों के ...