चौमास कथा: कहीं खत्म न हो जाए मानसून का पारंपरिक ज्ञान
कई बार मौसम वैज्ञानिकों के पूर्वानुमान गलत हुए लेकिन पारपंरिक ज्ञान खरे उतरे हैं
चौमास कथा-5: उमड़-घुमड़ घन गरजन लागे
मानसून ही भारतीय उपमहाद्वीप की धरती को शस्यश्यामल बनाता है, पुष्पेश पंत का विशेष आलेख-
चौमास कथा-2: मानसून को क्यों कहा जाता है देश का असली वित्त मंत्री?
देश में 44 फीसदी खाद्य का उत्पादन 56 फीसदी वर्षा क्षेत्र पर आधारित है
चौमास कथा-3: क्यों बदल रहा है मानसून का मिजाज
कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़, इसने मौसम के मिजाज को त्रासदी में बदल दिया है
अल नीनो की विदाई के साथ ला नीना के लिए रहें तैयार, भारत में गर्मी और मॉनसून पर क्या होगा असर?
आशंका है कि अल नीनो की विदाई अप्रैल 2024 तक हो सकती है
जनजीवन पर मानसून का प्रभाव
ग्रेटर मुंबई को पानी की आपूर्ति का 96 प्रतिशत तुलसी, विहार, ऊपरी वैतरणा, भाटसा आदि झीलों से आता है, जिनका जलस्तर हर साल दक्षिण-पश्चिम ...
चौमास कथा: जब वर्षा शुरू होती है
मानसून पर डाउन टू अर्थ, हिंदी के विशेष संस्करण अबूझ चौमासा की खास पेशकश, सुप्रसिद्ध कवि केदारनाथ सिंह की कविता-
सावन संग, संगीत और रंग
जन्माष्टमी के आसपास कदम्ब का पेड़ भी अपने फलों से लद जाता है। मधुबनी चित्र कला में कृष्णा जी और सावन, झूलों पर झूलती ...
मानसून 2021: क्या पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में भीषण सूखे का समय आ गया है?
अगस्त के अंत तक 10 केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में मानसूनी वर्षा में 23 से 52 प्रतिशत की कमी थी। इनमें से अधिकांश ...
मॉनसून 2022: शुष्क रहेगा पहला सप्ताह, क्या होगा अगले सप्ताह
मॉनसून 2022 को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है। अभी कहा जा रहा है कि मॉनसून समय से पहले आ जाएगा
पिपरमेंट की खेती करने वाले किसानों पर समय से पहले हुई बारिश की मार
मेंथा की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि इस साल जिस तरह बारिश से खेती बर्बाद हुई, इसी तरह लगभग दस साल ...
झारखंड: बारिश न होने के कारण किसानों ने धान की उम्मीद छोड़ी
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक धान की अच्छी उपज के लिए खेत में बिचड़ा डालने से लेकर रोपाई तक का सही समय एक जून से ...
सात साल में केरल में सर्वाधिक 2,239 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज
जीएसई ने 16 राज्यों में कुल 2,239 भूस्खलनों का आंकड़ा एकत्र किया, अभूतपूर्व भारी बारिश भूस्खलन का सबसे बड़ा कारण
चौमास कथा-1: 8 करोड़ साल पहले शुरू हुआ मानसून को बूझना हुआ मुश्किल
करीब 8 करोड़ साल पहले मानसून अस्तित्व में आया था। लेकिन यह आज भी रहस्यमयी बना हुआ है। चुटकी में करोड़ों संख्यात्मक गणनाओं को ...
मॉनसून 2022: केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में कम बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 31 मई 2022 को जारी अनुमान में कहा है कि कुछ हिस्सों को छोड़ कर देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश ...
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद तबाही, जलस्तर की निगरानी तक नहीं कर रहा प्रशासन
ऋषिकेश में 434.6 मिमी, नीलकंठ में 244 मिमी, टिहरी के नरेंद्र नगर में 180.1 मिमी, चंपावत के टनकपुर में 124 मिमी, जौलीग्रांट में 109 ...
चौमास कथा-4: केरल, राजस्थान और मेघालय के लिए क्या हैं मानसून के मायने
केरल मानसून का स्वागत करता है तो राजस्थान मानसून की विदाई करता है। बादलों का घर कहे जाने वाले मेघालय के पास भी मानसून ...
राजस्थान में सूखे जैसे हालात, पाली में फिर से चलेगी पानी से भरी ट्रेन!
पश्चिमी राजस्थान के पाली जिले में सामान्य से 37 फीसदी कम बारिश हुई है और पूरे जिले को पानी की आपूर्ति करने वाले बांध ...
जलवायु परिवर्तन का नजारा, राजस्थान में सामान्य से तीन गुणा अधिक हुई प्री-मॉनसून बारिश
राजस्थान में मई माह में बारिश का 100 साल का रिकॉर्ड टूटा है, जबकि बीकानेर में एक ही दिन में इतनी ज्यादा बारिश हुई ...
मॉनसून 2023: हिमाचल में एक बार फिर भारी बारिश, 24 घंटे में 21 लोगों की मौत
चालू मॉनसून सीजन में अभी तक हिमाचल में विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में 270 लोगों की जानें जा चुकी हैं और 7 हजार करोड़ रुपए ...
"भूजल संरक्षण : उत्तर भारत मे रोपाई धान पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए सरकार"
भूजल को बचाने के लिए किसानों को धान की सीधी बुआई के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए
मॉनूसन 2022: परेशान करने वाले हैं खरीफ सीजन में बुआई के आंकड़े
मॉनसून 2022 देश में प्रवेश तो कर चुका है, लेकिन बारिश के शुरुआती आंकड़े किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं
मौसम अपडेट: 17 सितंबर को चला जाता था मानसून, लेकिन इस बार जमकर बरसेगा
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून 2020 की वापसी कब होगी, यह कह पाना अभी मुश्किल है, बल्कि सितंबर के तीसरे सप्ताह में ...
क्या भारतीय किसानों के लिए बेहद डरावना साल साबित होगा 2023
सूखी सर्दी, अल नीनो का आगमन और बिना कमाई के पिछले दो साल के कारण इस साल भारतीय किसानों के लिए भयावह हो सकते ...
मॉनसून: 123 साल के इतिहास में जून 2023 में दक्षिणी भारत में हुई सबसे कम बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक दक्षिणी प्रायद्वीप में 45 प्रतिशत कम बारिश हुई, जबकि उत्तर पश्चिमी भारत में 42 प्रतिशत अधिक बारिश हुई