लॉकडाउन, ‘आत्म-अलगाव’ और हमारा प्रकृति प्रेम
लॉकडाउन का सकारात्मक असर सुखद अहसास दे रहा है, लेकिन कहीं ये हमारा प्रकृति प्रेम और वैरागी ‘आत्म-अलगाव’ शमशानी वैराग्य तो नहीं
भ्रष्टाचार के मामले में 85वें नंबर पर है भारत, एक अंक का सुधार
भारत को भ्रष्टाचार के मामले में 180 देशों के लिए जारी करप्शन परसेप्शन इंडेक्स 2021 में 85वें पायदान पर जगह मिली है। इससे पहले ...
पुस्तक समीक्षा: गांधी सियासत और सांप्रदायिकता, एकता का पुनर्पाठ
किताब शुरू से अंत तक सांप्रदायिकता के विरुद्ध महात्मा गांधी के अभियान और उनकी पीड़ा को व्यक्त करती है
जनसंख्या नियंत्रण कानून: क्या आबादी वाकई विस्फोट के कगार पर है?
केंद्र सरकार देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करनी चाहती है। डाउन टू अर्थ ने इस मुद्दे का व्यापक विश्लेषण किया। प्रस्तुत है दूसरी ...
अंग्रेजी हुकूमत में कैसे डूबी अर्थव्यवस्था
औरंगजेब के समय वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत जो अंग्रेजी शोषण से तीन प्रतिशत हो गई
न्यूजीलैंड ने पेश किया वेलबीइंग बजट, क्या भारत लेगा सबक?
न्यूजीलैंड ने आर्थिक विकास के बुलबुले को पहचान लिया है। लोक कल्याण की कीमत पर आर्थिक विकास की अंधी दौड़ में शामिल देशों को न्यूजीलैंड ...
समावेशी विकास की ओर जाना होगा
सरकार अर्थव्यवस्था को औपचारिक रूप देने के लिए जितना काम करती है, परिस्थितियां लोगों को गैरकानूनी और अनौपचारिक व्यापार अपनाने को उतना मजबूर करती ...
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2024: टिकाऊ भविष्य के लिए नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी
बौद्धिक संपदा अधिकार देशों के बीच, विशेष रूप से विकसित देशों से विकासशील देशों के बीच तकनीक और ज्ञान के हस्तांतरण को सुविधाजनक बनाने ...
पीपुल्स फॉर हिमालय ने राजनीतिक पार्टियों के लिए जारी किया पांच सूत्रीय मांग पत्र
हिमालय में बढ़ रही आपदाओं पर अंकुश लगाने के लिए भारत के सभी हिमालयी राज्यों के संगठन एकजुट हुए
दुनिया की 43 फीसदी नदियों में दवाओं की खतरनाक मात्रा पाई गई: अध्ययन
104 देशों में किए गए अध्ययन में मूल्यांकन किए गए 1,052 जगहों में से लगभग 43.5 फीसदी में दवा सामग्री पाई गई।
मानव विकास सूचकांक में एक पायदान लुढ़का भारत, 189 देशों की रैंकिंग में 131 वें स्थान पर पहुंचा
मानव विकास सूचकांक की 189 देशों की इस लिस्ट में भारत को 131 वां स्थान दिया गया है, जबकि पिछले वर्ष (2018 में) भारत ...
नजरिया: नस्लवाद का वैज्ञानिक आधार नहीं
आज दुनियाभर में ऐसे दलों का प्रादुर्भाव हो चुका है जो न केवल नस्लभेद के विज्ञान का अभूतपूर्व समर्थन कर रहे हैं बल्कि इसके ...
भारत में जनसंख्या की रफ्तार स्थिर, क्या फिर भी है कड़े कानून की जरूरत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की सलाह दी है। क्या देश को वाकई ...
टीवी की “पॉप” राजनीति
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट और डाउन टू अर्थ के संस्थापक अनिल अग्रवाल की आज 19वीं पुण्यतिथि है। मास मीडिया का उनका आकलन आज ...
स्थानीयकरण की दस्तक
2017 में हमें निरंकुश उपभोक्तावाद पर टिके विकास के मॉडल पर विचार करना चाहिए। गरीबों की छोड़िए, ये अमीरों के भी काम का भी ...
सिनेमा में सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना
बड़े परदे यानी सिनेमा में सामाजिक चेतना भले ही पूरी शिद्दत से अपनी मौजूदगी दर्ज कराती रही हो लेकिन पर्यावरण के विषय उतने मुखर ...
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता की चुनौतियों पर बात हो
वर्तमान साल 2024 की थीम "वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व" है
संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन: जल संकट से निपटने के लिए 700 से ज्यादा प्रतिबद्धताओं के साथ हुआ सम्मेलन का समापन
इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय और ऑनलाइन करीब 10,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया
कैसे बढ़ेगी दुनिया? आज भी स्कूली शिक्षा से वंचित हैं 25 करोड़ बच्चे
स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों की संख्या कम होने की जगह बढ़ रही है और यह आंकड़ा पिछले दो वर्षों में 60 लाख की ...
संयुक्त राष्ट्र दिवस: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति को बढ़ावा देने के लिए 51 देश एक साथ आगे आए थे इस दिन
संयुक्त राष्ट्र वर्तमान में अपने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर काम कर रहा है, जिसे उसने 2030 तक पूरा करने के लिए निर्धारित किया ...
राजस्थान में भेदभाव और सुविधाओं की कमी से प्रभावित हो रही है बालिकाओं की शिक्षा
आज भी राजस्थान के कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां शिक्षा का प्रतिशत अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम है
बिहार सरकार का ग्रीन बजट 2020-21: कितना है ग्रीन?
बिहार विधानसभा में राज्य का बजट 2020-21 पेश किया गया, जिसे ग्रीन बजट नाम दिया गया है
नौजवानों का एक ऐसा ग्रुप जो देश के छह बड़े शहरों में पहुंचा रहा राशन
लॉकडाउन के बीच देश में यूथ फीड इंडिया नाम से एक कैंपेन चल रहा है। इसके तहत क्राउड फंडिंग करके दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदों ...
संसद में आज: जैव-इथेनॉल के उत्पादन के लिए जैव रिफाइनरी
भारत में अब तक, कम लागत, टिकाऊ, संसाधन कुशल और आपदा प्रतिरोधी नवीन तकनीकों का उपयोग कर 6,368 घर बनाएं है।
तीन दशक में 58 फीसदी बढ़ी प्रवासी बच्चों की संख्या: संयुक्त राष्ट्र
दुनियाभर में तकरीबन 27.2 करोड़ लोग अपने जन्म के देश से बाहर रह रहे हैं और इसमें तकरीबन 3.8 करोड़ बच्चे हैं। मतलब, हर ...