पलायन की दशा - चौतरफा मार
भारत के तटीय राज्यों में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण बाढ़ और चक्रवातों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, वहीं आंतरिक क्षेत्रों ...
सिनेमा में सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना
बड़े परदे यानी सिनेमा में सामाजिक चेतना भले ही पूरी शिद्दत से अपनी मौजूदगी दर्ज कराती रही हो लेकिन पर्यावरण के विषय उतने मुखर ...
सतत विकास लक्ष्य: भूटान, नेपाल, श्रीलंका से पीछे है भारत, पाक से आगे
सीएसई की स्टेट ऑफ एनवायरमेंट इन फिगर्स 2019 रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक सतत विकास लक्ष्य हासिल करने में भारत का नंबर 116वां है।
गरीबी दूर करने में अमेरिका को लगेंगे 40 साल, ट्रम्प ने बढ़ाई मुश्किलें
संयुक्त राज्य अमेरिका अपने 17 लक्ष्यों, जिसमें विशेष रूप से पहले लक्ष्य - गरीबी को समाप्त करने के लिए अभी भी संघर्ष कर रहा ...
सतत विकास लक्ष्यों को हासिल में सबसे पीछे है यूपी-बिहार
सतत विकास के 13 सूत्री लक्ष्यों में से उत्तर और बिहार आठ लक्ष्यों को हासिल करने में काफी पीछे है
सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निजी क्षेत्र से छुटकारा जरूरी: रिपोर्ट
2030 तक गरीबी, पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विकासशील व कम आय वाले देशों में भारी ...
अर्थव्यवस्था को पढ़ना होगा पर्यावरण का पाठ
अगर हम ढांचागत स्तर पर देखें तो एसडीजी को लेकर साफ नजरिया तो दूर की बात है, अभी हमारी कोई समझ ही विकसित नहीं ...
कोरोना संकट: दूर हुए सतत विकास के लक्ष्य
गरीबी और भूख मिटाने के सतत विकास लक्ष्यों को कोरोनावायरस की महामारी ने और मुश्किल बना दिया है
सतत विकास लक्ष्य के संकेतक ढांचे में बड़े बदलाव, शरणार्थियों की स्थिति सुधारने पर विशेष ध्यान
न्यूयॉर्क में मार्च के पहले सप्ताह में हुई संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकीय आयोग की 51वें सत्र में 8 संकेतक जोड़े गए और 6 हटाए गए
भारत क्यों है गरीब-4: घोर गरीबी से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं लोग
भारत के कई इलाकों में गरीबी चिरस्थायी होती जा रही है। गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के बावजूद इन इलाकों में गरीबी कम होने के बजाय ...
एसओई एन फिगर्स 2022: अमृत महोत्सव के लक्ष्य क्या हो पाएंगे पूरे?
साल 2022 भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष है और देश इसे आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। भारत सरकार ...
भारत में गरीबों की गिनती बंद, 2030 तक दुनिया कैसे हासिल करेगी शून्य गरीबी लक्ष्य
गरीबी पर केंद्रित विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में भारत में गरीबी के आंकड़ों के गायब होने की बात कही है, ऐसे में दुनिया ...
किसके फायदे के लिए हो रहा है पर्यावरण नियमों में बदलाव?
पर्यावरण प्रभाव आंकलन (ईआईए) 2020 अधिसूचना: क्या आपदा पूंजीवाद के दौर में अपने पर्यावरण को बचाने के लिए जनता संघर्ष करेगी?
संसद में आज: सतत विकास लक्ष्य हासिल करने में सबसे पिछड़ा राज्य है बिहार
राज्यसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक चक्रवात तौकते के कारण 190,983 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुई और चक्रवात यास के कारण 176,638.93 हेक्टेयर फसल ...
सतत विकास लक्ष्य कार्यक्रम पर कैग ने खड़े किए सवाल
कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केंद्र के साथ-साथ राज्यों में एसडीजी को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है
विष्णुगाड पीपलकोटी पनबिजली परियोजना विवाद : ग्रामीणों की जीत, हाट गांव में परियोजना पर आपत्तियों की जांच करेगा वर्ल्ड बैंक
ग्रामीणों ने कहा कि 92 परिवारों को यह परियोजना प्रभावित कर रही है। उनकी आजीविका इस परियोजना के कारण खतरे में है और उनकी ...
एनजीटी ने प्राधिकरणों से कहा गाजीपुर स्लॉटर हाउस को पर्यावरणीय मानकों पर चलाने पर करें विचार
पर्यावरणीय नियमों और मानकों का पालन न करने के लिए बूचड़खाने पर 50 लाख रुपए का जुर्माना भी एमसीडी की ओर से लगाया गया ...
अफगानिस्तान में महिला शिक्षाविदों का भविष्य अंधकारमय
अधिकांश विश्वविद्यालय में शोधकार्य रूके हुए हैं, सरकार का कहना है कि धन नहीं है। बड़ी संख्या में महिला शिक्षाविदों का पलायन जारी है।
ग्रैमी विजेता रिक्की केज: जो संगीत की धुनों से देते हैं पर्यावरण को बचाने का संदेश
उनका नया एल्बम डिवाइन टाइड्स सुनने वालों का बाहर की बजाय अपने अंदर देखने के लिए प्रेरित करता है
ब्लॉग : अपराध नियंत्रण और महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती
एक रिपोर्ट में यह दावा किया कि दुनियाभर में साल 2020 में 81 हजार महिलाओं एवं लड़कियों की हत्या कर दी गई |
बैठे ठाले: नोबेल का चुनाव
“एक बात समझ लीजिए, यह नोबेल दुनिया के लिए पुरस्कार है पर मेरे लिए इन्वेस्टमेंट है। बाकी आप समझदार हैं”
अगले 45 सालों में उच्चतम स्तर पर होगी वैश्विक जनसंख्या
लांसेट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, 2100 तक भारत सर्वाधिक जनसंख्या और प्रवास वाला देश बन जाएगा
चारधाम परियोजना : सुप्रीम कोर्ट की समिति से चेयरमैन का इस्तीफा, कहा सभी के लिए बज रही मृत्यु की घंटी
पर्यावरणविद रवि चोपड़ा ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि टिकाऊ विकास यह मांग करता है कि हिमालय के लिए भौगोलिक और पारिस्थातिकी ...
13 राज्यों में बीते पांच साल में 108 लोग भुखमरी के शिकार लेकिन सरकार के खाते में एक भी नहीं
ज्यादातर राज्य जहां सर्वाधिक मौते हुई हैं वह बहुआयामी गरीबी झेल रहे है। इसमें बिहार शीर्ष पर है जबकि उसके बाद झारखंड, उत्तर प्रदेश ...
पर्यावरणवाद के 76 साल
पर्यावरण आंदोलन ने नीतियों और विकास के तरीकों को आकार देने में जो भूमिका निभाई है, उसका जायजा लेने का सही समय यही है।