दुनिया भर में संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और बीमारी के बावजूद स्वास्थ्य में अहम प्रगति दिखाती है रिपोर्ट
डब्ल्यूएचओ रिजल्ट रिपोर्ट 2023 में उल्लेखनीय स्वास्थ्य उपलब्धियां दर्शाई गई हैं और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में ठोस प्रयास का ...
रेगिस्तान में तब्दील हो रहे हैं दुनिया के कई मरूद्यान वाले इलाके
दुनिया में मरुस्थलीय क्षेत्रों में 220,149 वर्ग किलोमीटर से अधिक की वृद्धि हुई
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता की चुनौतियों पर बात हो
वर्तमान साल 2024 की थीम "वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व" है
विकास या विनाश: नदी मुहानों को लील रहा इंसानी लालच, 35 वर्षों में ढाई लाख एकड़ क्षेत्र को किया तब्दील
मनुष्यों ने वैश्विक स्तर पर भूमि सुधार और बांधों के निर्माण के नाम पर 44 फीसदी नदी मुहानों को बदल दिया है
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2024: टिकाऊ भविष्य के लिए नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी
बौद्धिक संपदा अधिकार देशों के बीच, विशेष रूप से विकसित देशों से विकासशील देशों के बीच तकनीक और ज्ञान के हस्तांतरण को सुविधाजनक बनाने ...
अस्कोट-आराकोट अभियान 2024: जड़ों से जोड़ती एक पदयात्रा
पहली अस्कोट-आराकोट यात्रा 25 मई 1974 को पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चमोली, टिहरी, देहरादून और उत्तरकाशी जिलों के करीब 350 गांवों से होकर गुजरी
लोकसभा चुनाव 2024: हिमाचल में गायब हैं आपदाओं के लिए जिम्मेवार मुद्दे
देश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने घोषणापत्र में पर्यावरण को आखिरी में शामिल तो किया लेकिन भाषणों और कैंपेनिंग में मुद्दे गायब रहे
पृथ्वी दिवस 2024: साल 2040 तक सभी तरह के प्लास्टिक के उत्पादन में 60 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य
दुनिया भर में हर साल 38 करोड़ टन से अधिक प्लास्टिक के कचरे का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से काफी मात्रा लैंडफिल, महासागरों ...
जग बीती: चुनावी घोषणापत्र!
विश्व धरोहर दिवस 2024: क्या है इतिहास, महत्व और थीम, सब यहां जानें
अपने स्थानीय सांस्कृतिक प्रतीकों और स्मारकों का दौरा करें और उनके संरक्षण के लिए आगे आएं
प्रकृति, लोकतंत्र और युवाओं के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखकर करें मतदान, पर्यावरण संगठनों ने मतदाताओं से की अपील
यह ऐसा समय है जब मतदाताओं को युवाओं के बेहतर भविष्य के साथ-साथ साफ हवा, पर्यावरण और जल के उनके अधिकार के बारे में ...
राजस्थान में भेदभाव और सुविधाओं की कमी से प्रभावित हो रही है बालिकाओं की शिक्षा
आज भी राजस्थान के कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां शिक्षा का प्रतिशत अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम है
शोधकर्ताओं ने दुनिया के भूमि आवरण का बनाया नक्शा, भूमि उपयोग तथा प्रबंधन में मिलेगी मदद
शोध के मुताबिक, एचवाईबीएमएपी एक सुसंगत और विश्वसनीय वैश्विक भूमि आवरण प्रदान करता है, जो पर्यावरण निगरानी, नीति-निर्माण और जलवायु परिवर्तन से संबंधित शोधों ...
मिजोरम के लुंगलेई जिले में अवैध पत्थर खनन की जांच करने के लिए एनजीटी ने गठित की समिति
ट्रिब्यूनल ने समिति को आवश्यक पर्यावरणीय मुआवजे का निर्धारण करने के लिए भी कहा है
टाइगर हिल पर निर्माण से पर्यावरण को पहुंच रहा नुकसान, कोर्ट ने अधिकारियों से मांगा जवाब
आरोप है कि टाइगर हिल के सबसे ऊपरी हिस्से को पूरी तरह कंक्रीट और स्टील के ढांचे से ढंक दिया गया है
कुफरी में पर्यटन के लिए सीमित की जाएगी घोड़ों की संख्या: रिपोर्ट
कुफरी में घोडा मालिक, घोड़ों की संख्या को तत्काल 1,029 से घटाकर 700 करने पर राजी हो गए हैं
पर्यावरण पर पर्यटन गतिविधियों के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने के लिए किए जा रहे हैं उपाय: एनजीटी में असम सरकार
यह मामला द हिन्दू में प्रकाशित एक खबर में सामने आया था। इस खबर के मुताबिक पर्यटन से हिमालयी क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि तो ...
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस: क्या है ऑटिज्म, क्यों मनाया जाता है यह दिन?
इस दिन को ऑटिस्टिक लोगों के लिए सभी मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता को हासिल करने और बढ़ावा देने के साधन के रूप में मनाया ...
पीपुल्स फॉर हिमालय ने राजनीतिक पार्टियों के लिए जारी किया पांच सूत्रीय मांग पत्र
हिमालय में बढ़ रही आपदाओं पर अंकुश लगाने के लिए भारत के सभी हिमालयी राज्यों के संगठन एकजुट हुए
विश्व जल दिवस 2024: प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं दुनिया के 2.2 अरब लोग
दुनिया भर में 3.5 अरब से अधिक लोगों के पास उचित स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच नहीं है
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस: खुशहाली सूचकांक में भारत 126वें पायदान पर
विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2024 के मुताबिक, फिनलैंड लगातार सातवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना रहा
शोषण से मुनाफा: निजी क्षेत्र में जबरन मजदूरी से हो रहा सालाना 20 लाख करोड़ का अवैध मुनाफा
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने अपनी नई रिपोर्ट 'प्रोफिट्स एंड पावर्टी: द इकोनॉमिक्स ऑफ फोर्स्ड लेबर' में कई खुलासे किए हैं
साल 2022 में अपने पांचवें जन्मदिन से पहले ही मौत के मुंह में समा गए 49 लाख बच्चे
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पांचवें जन्मदिन से पहले मरने वाले बच्चों की संख्या घट रही है
मानव विकास सूचकांक: 193 देशों की सूची में 134वें पायदान पर भारत, जीवन प्रत्याशा में आई गिरावट
इससे पहले 2021 में जारी मानव विकास सूचकांक में भारत को 0.633 अंकों के साथ 132वें पायदान पर जगह दी गई थी
भारत में 67 लाख बच्चे ऐसे, जो 24 घंटे से अधिक समय तक रहते हैं पूरी तरह से भूखे
दुनिया के 92 देशों में जीरो फूड चिल्ड्रन का अध्ययन किया गया, जिनमें भारत में ऐसे बच्चों की संख्या आधे से अधिक पाई गई