सुरक्षित व लंबे समय तक चलने वाली लिथियम-आयन बैटरियों के लिए वैज्ञानिकों ने खोजी नई सामग्री
यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे उच्च क्षमता वाले प्रयोगों के लिए उपयुक्त है, क्योंकि इसका उपयोग उच्च तापमान और तेजी से रिचार्ज करने में ...
नया एआई उपकरण बताएगा आपका भविष्य, शोधकर्ताओं ने जताई दुरुपयोग की आशंका
शोधकर्ताओं ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण बनाया है जो किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व से लेकर उनकी मृत्यु तक हर चीज की भविष्यवाणी करने में ...
ओडिशा का सेप्टेज उपचार का बुनियादी ढांचा सर्वश्रेष्ठ: सीएसई
सीएसई और ओडिशा के आवास और शहरी विकास विभाग ने कार्यशाला का आयोजन किया
आहार संस्कृति: बहुत गुणकारी है लसोड़ा, ऐसे बनती है सब्जी
लसोड़े के पेड़ में बहुत से औषधीय गुण हैं। इस पौधे का हर हिस्सा उपयोग में लाया जाता है
कोविड-19 : आईआईटी खड़गपुर ने 2,000 रुपए की लागत से बनाई पोर्टेबल मशीन, 400 रुपए में होगी जांच, 100 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जैसे नतीजे
दूरदराज के इलाकों में सस्ती और भरोसेमंद जांच में यह मशीन बहुत कारगर साबित हो सकती है
अंतरिम बजट 2024: स्टेम शिक्षा में तो महिलाएं अमेरिका-इंग्लैंड से आगे लेकिन नौकरी में 3 गुना कम
वित्तमंत्री ने घोषणा की है कि भारत की महिलाएं स्टेम शिक्षा में विश्व में सबसे अधिक हैं लेकिन इनमें से नौकरी केवल 14 प्रतिशत ...
भारत में अपनी मानसिक बीमारी के बारे में केवल एक फीसदी लोग ही देते हैं सूचना
एक अध्ययन में पाया गया कि भारत में मानसिक बीमारी के बारे में खुद से बताना या स्व-रिपोर्टिंग की दर एक प्रतिशत से भी ...
वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता, चांद की मिट्टी में भी फूटा अंकुर
इतिहास में पहली बार वैज्ञानिकों को चन्द्रमा से लाई मिट्टी में पौधे उगाने में सफलता हासिल हुई है, जोकि अपने आप में एक अनूठी ...
वैज्ञानिकों ने सूर्य के पूरे क्रोमोस्फीयर में पाये जाने वाले प्लाज्मा जेट्स का लगाया पता
विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा सौर हवा को प्लाज्मा की आपूर्ति की जाती है और सौर वायु मंडल 10 लाख डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाता ...
क्या भारत में हींग उगाने का प्रयोग सफल रहेगा?
भारत में पहली बार हींग की खेती का पायलट प्रोजेक्ट शुरू हुआ है लेकिन मौसम की अनिश्चितता ने हिमाचल प्रदेश के किसानों के मन ...
अदभुत खोज: ऐसा तारा जिसमें धड़कन हैं पर चुंबकीय क्षेत्र नहीं
यह बाइनरी तारा प्रणाली है, जहां हर तारा पिंड के सामान्य केंद्र के चारों तरफ उच्च अंडाकार कक्ष में घूमता है।
कार्बन फाइबर से संबंधित तकनीकें आकाशीय बिजली से बचा सकती है जान
कार्बन फाइबर मिश्रित पॉलिमर से बनी संरचनाएं एयरोस्पेस, ऊर्जा उत्पादन और यातायात के साथ-साथ अब इसका उपयोग बिजली गिरने पर सुरक्षा प्रदान करने वाली ...
नैनोवॉर्म तकनीक से होगा कोविड-19 का सफाया!
शोधकर्ताओं ने कहा जब 'नैनोवार्म' को सर्जिकल मास्क पर छिड़का गया, तो सार्स-सीओवी-2 और इन्फ्लूएंजा ए के अल्फा वेरिएंट पूरी तरह से निष्क्रिय हो ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने विसरल लीशमैनियासिस बीमारी के उपचार का तरीका खोजा
यह बीमारी हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती है, जिससे यह मलेरिया के बाद मच्छर से होने वाली दूसरी सबसे आम घातक बीमारी ...
कोरोनाकाल में ट्विटर के बाहर की दुनिया की बेबसी
कोविड की तीसरी लहर आने से पहले उम्मीद है सभी लोग मिलकर हमारे समाज से इस 'डिजिटल विभाजन' अथवा इंटरनेट पर पनपने वाली इस असमानता ...
कोरोना और तकनीकी विकास के चलते खतरे में हैं 8.5 करोड़ नौकरियां
वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की रिपोर्ट 'फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2020' से पता चला है कि कोरोना के चलते जॉब मार्केट में बहुत तेजी से बदलाव ...
चंद्रयान-2 : प्रज्ञान जुटाएगा चंद्रमा पर जीवन के सबूत
कुछ ही घंटे बचे हैं जब चंद्रमा की एकदम अनजानी सतह पर भारतीय चंद्रयान-2 की सॉफ्ट लैंडिंग हो जाएगी। सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत ...
लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने में मदद कर सकते हैं तकनीक और अर्थनीति, लेकिन कैसे?
शोध के मुताबिक, लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने के लिए तकनीक से आंकड़ों को जोड़ने, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने, लोगों को प्रकृति से ...
जानें, क्या है चंद्रयान 2 की तस्वीरों में दिख रहे मित्रा क्रेटर की हकीकत?
चंद्रमा पर और भी ऐसे क्रेटर हैं, जो भारतीय वैज्ञानिकों के नाम से जाने जाते हैं।
भारत में पहली बार मिले डाइक्रियोसॉरिड सॉरोपॉड के अवशेष
नया पाया गया जीवाश्म लगभग 16.7 करोड़ वर्ष पहले का है और इसकी पहचान डाइक्रेओसॉरिड्स के रूप में की गई है, जो लंबी गर्दन ...
आईआईटी कानपुर ने ‘शुद्धम’ नामक किफायती वाटर प्यूरीफायर और कूलर एक साथ किया विकसित
शुद्धम वाटर प्यूरीफायर और कूलर ग्रामीण और शहरी परिवारों को सस्ती कीमत पर स्वच्छ पानी और ठंडा करने की चुनौती का एक साथ समाधान ...
हर 20 से 50 सवालों के जवाब ढूंढने में आधा लीटर पानी ‘पी’ जाता है चैट जीपीटी!
दुनिया में तेजी से लोकप्रिय होते एआई आधारित प्रोग्राम पर्यावरण पर भी गहरा असर डाल रहे हैं, जिनपर गंभीरता से विचार करने की जरूरत ...
डाउन टू अर्थ खास: बदलाव की पटरी पर भारतीय रेल
भारतीय रेलवे की योजना 2030 तक शून्य उत्सर्जक बनने की है। इसके लिए रेलवे बड़े पैमाने सौर ऊर्जा की तरफ देख रहा है
अब किसानों को उनके इलाके के आधार पर मौसम संबंधी सेवाएं देगा मेघदूत मोबाइल ऐप
ऐप में लगभग 6970 ब्लॉकों के लिए ब्लॉक स्तरीय मौसम का पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉकों के लिए ब्लॉक स्तरीय मौसम को लेकर कृषि संबंधी ...
बढ़ रहा है वायुमंडलीय हीलियम का स्तर, वैज्ञानिकों ने लगाया पता: शोध
चंद्रमा से दुर्लभ हीलियम गैस प्राप्त करने का प्रस्ताव इस बात का संकेत है कि वैज्ञानिक इसे कब तक हासिल करेंगे।