बाघों की उत्पत्ति कहां हुई?
देहरादून स्थित वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में असोसिएट प्रोफेसर सम्राट मंडल कहते हैं कि बाघों का विकास क्रम जानने के लिए वैज्ञानिक डीएनए का ...
सड़कों का निर्माण बढ़ा तो लुप्त हो जाएंगे बाघ: अध्ययन
अध्ययन में दुनिया भर के 13-देशों में लगभग 450,000 वर्ग-मील नियोजित सड़क नेटवर्क से बाघों पर पड़ने वाले प्रभावों को जानने का प्रयास किया ...
उत्तराखंड : सड़क दुर्घटना में गर्भवती बाघिन की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई पुष्टि
इस वर्ष 45 के आसपास लोग वन्यजीवों के हमले में मारे गए हैं। हालांकि इसका आधिकारिक डाटा जनवरी में दिया जाएगा। इनमें सांपों के ...
जिम कार्बेट में एक और बाघ की मौत, क्या हैं कारण
जिम कार्बेट सहित उत्तराखंड के दूसरे टाइगर रिजर्व में बाघों की मौतों को लेकर शिकारियों व वन विभाग अधिकारियों के बीच मिलीभगत के आरोप ...
क्या बिना संघर्ष के नहीं रह सकते बाघ और मनुष्य?
भारत जैसे घनी आबादी वाले देश इनका बिना संघर्ष के साथ रहना कितना संभव है? दोनों को हानि पहुचाये बिना कैसे धरती के संसाधनों ...
वन्य जीवों की मौत के कारण तलाशेगी कमेटी
वन्य जीवों की मौत के लिए जिम्मेवार अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करेगी कमेटी, अधिकारियों पर शिकारियों से मिलीभगत का आरोप है
राजाजी नेशनल पार्क की रैंकिंग पर उठाए सवाल?
हाल ही में राजाजी नेशनल पार्क को 50 टाइगर रिजर्व में से 49वीं रैंकिंग दी गई है, जिससे पार्क प्रशासन नाराज है
वन्य जीव संरक्षण में गैर-संरक्षित क्षेत्र भी हो सकते हैं मददगार
एक ताजा अध्ययन में संरक्षित वन्यजीव क्षेत्रों के बाहर तेंदुए, भेड़िये और लकड़बग्घे जैसे जीवों में स्थानीय लोगों के साथ सह-अस्तित्व की संभावना देखी ...
पलामू टाइगर रिजर्व को रेलवे की तीसरी लाइन से खतरा
रेलवे ने पलामू टाइगर रिजर्व में तीसरी लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया। इससे वहां से गुजरने वाले हाथियों और इंसान के बीच ...
वैज्ञानिकों ने ओडिशा के दुर्लभ काले बाघों के पीछे का रहस्य सुलझाया
वैज्ञानिकों ने ओडिशा के काले बाघों के बारे में नई आनुवंशिक जानकारी का पता लगाया, दुर्लभ बदलाव या म्युटेशन वाले बाघों को लंबे समय ...
खतरे में बाघों के ठिकाने फिर भी 12 सालों में संख्या हुई डबल
सर्वे का दायरा और कैमरों की संख्या बढ़ते ही भारत में बाघों की आबादी के आंकड़ों मे जबरदस्त सुधार हुआ है। दुनिया में 2006 ...
अरुणाचल में मिली मेंढक की नई प्रजाति, नाम रखा गया 'पटकाई'
पटकाई ग्रीन ट्री फ्रॉग एक छोटी प्रजाति है जिसका आकार 23 से 26 मिलीमीटर है, इसका नाम ऐतिहासिक 'पटकाई' पहाड़ियों की श्रृंखला के नाम ...
दो, छह, बारह: नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य-बाघों का बसेरा
मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित लगभग 1200 वर्ग कि. मी. में फैला नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यप्राणी अभ्यारण्य है
संसद में आज: छत्तीसगढ़ का पीने का पानी आर्सेनिक और फ्लोराइड से प्रदूषित
31 जनवरी 2021 तक, छत्तीसगढ़ सरकार ने भूजल में जायज सीमा से अधिक फ्लोराइड प्रदूषण के 153 आवासों के बारे में जानकारी दी है
बारिश और बाढ़ की चपेट में बिहार का इकलौता टाइगर रिजर्व
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मिकीनगर टाइगर रिजर्व में जीव जंतु भारी मुश्किल में हैं
क्या हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक्स ‘बेंडर’ की तरह नीलामी से बाहर होंगे?
हसदेव अरण्य क्षेत्र की ग्राम सभाओं द्वारा लगाचार चेताया जाता रहा है कि इस अति संवेदनशील जंगल का संरक्षण किया जाना चाहिए न कि ...
भारत में 2021 में 126 बाघों की हुई मौत, दशक में सबसे अधिक
मध्य प्रदेश में 526 बाघों का घर था, यहां सबसे अधिक 42 बाघों की मौत हुई है, इसके बाद महाराष्ट्र में जहां 312 बाघ ...
एशिया में किस तरह की जा सकती है बाघों की बहाली, शोधकर्ता ने उपाय और योजना रखी सामने
बाघों द्वारा शिकार की जाने वाली आधी स्तनधारी प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है और लगभग 80 फीसदी की आबादी के ...
संसद में आज: छह फीसदी प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है भारत में बाघों की आबादी
2021-22 में हाथियों की वजह से लोगों की सबसे अधिक मौतें झारखंड में, उसके बाद ओडिशा में हुई
कैसे बचेगी जैवविविधता, जब भारत का महज 6 फीसदी से भी कम हिस्सा है संरक्षित
यदि पिछले 10 वर्षों के रुझानों को देखें तो भारत के संरक्षित क्षेत्रों में केवल 0.1 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस रफ्तार से ...
ऐसी हो बाघ संरक्षण की नई रूपरेखा
नया संरक्षण एजेंडा बाघ बनाम आदिवासियों के इर्द-गिर्द नहीं घूमना चाहिए, बल्कि यह बाघों और लोगों के बारे में होना चाहिए
बाघ संरक्षण में भारत को मिली सफलता, 2006 के बाद से 124.5 फीसदी बढ़ी आबादी
2014 से 2018 के बीच बाघों की आबादी में 33 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई थी, जबकि इस बार यह वृद्धि केवल सात ...
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान सड़क यातायात में कमी से बाघों के व्यवहार में हुआ बदलाव
लॉकडाउन शुरू होने के बाद के महीने से, नर बाघ के घर का आकार तीन गुना से भी अधिक बढ़कर 213 वर्ग मील हो ...
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस: इतिहास, महत्व और क्यों मनाया जाता है यह दिन?
भारत में बाघों की आबादी की गणना के मुताबिक इनकी कुल संख्या 2014 में 2,226 से 2018 में बढ़कर 2,967 हुई
सुंदरबन टाइगर रिजर्व में पाई गई मछली पकड़ने वाली 385 संकटग्रस्त माने जाने वाली बिल्लियां
मछली पकड़ने वाली बिल्ली को बंगाली में बघरोल कहते हैं जो पश्चिम बंगाल का राजकीय पशु है और यह कई तरह की चुनौतियों का ...