ओडिशा के समुद्री तट पर छह लाख से अधिक कछुए अंडे देने पहुंचे
यह संख्या में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है, इसके पहले यह संख्या साढ़े पांच लाख थी
अंतरराष्ट्रीय शोध टीम ने खोजी कछुए की नई प्रजाति
अरुणाचल प्रदेश में मिली कछुए की दुर्लभ प्रजाति
भारत में पहली बार कछुए की दुर्लभ प्रजाति मनोरिया इम्प्रेसा की मौजूदगी का पता चला है
ग्रेट बैरियर रीफ में मछली की नई प्रजातियां मिलीं और भी मछलियों के मिलने की संभावना
लेडी इलियट द्वीप समुद्री जीवन की 1,200 से अधिक प्रजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय है
वाराणसी में गंगा किनारे हो रहे कंक्रीट के निर्माण के खिलाफ क्यों नहीं की गई कार्रवाई: एनजीटी
कोर्ट ने यूपीपीसीबी से पूछा है कि टेंट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर गंगा के किनारे कंक्रीट की संरचनाओं का निर्माण करके नियमों का ...
ताजे पानी की एक चौथाई मछलियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा: आईयूसीएन
रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और बेतहाशा किया जा रहा शिकार इन प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है
सोच समझकर देनी चाहिए गंगा नदी बेसिन में उद्योगों को मंजूरी: रिपोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
कुछ जानवर समय के साथ आकार में बड़े तथा कुछ छोटे होते गए, आखिर क्यों?
अलास्का के घोड़े, क्रिप्टोडिरन कछुए और आइलैंड की छिपकलियां समय के साथ क्यों सिकुड़ गईं, इसका रहस्य एक नए अध्ययन में सुलझाया गया है।
दुनिया से विलुप्त हो सकती हैं 22 फीसदी प्रवासी प्रजातियां: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा चिंता प्रवासी मछलियों को लेकर है, जिनकी 97 फीसदी प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा ...
विलुप्त गैलापागोस कछुओं के रिश्तेदारों की खोज में जुटे वैज्ञानिक
गैलापागोस नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि 2008 में इसी तरह के अभियान में 1,726 कछुओं से रक्त के नमूने लिए गए, जिनमें ...
कोकण के वेलास तट पर दुर्लभ ऑलिव रिडले समुद्री कछुओं को मिला जीवनदान
2002 से महाराष्ट्र के एक गांव वेलास में विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुके ऑलिव रिडले प्रजाति के कछुओं को बचाने की मुहिम चल ...
समुद्री जीवों में प्रजनन से लेकर हार्मोनल चक्र तक में गड़बड़ी की वजह बन रहा प्रकाश प्रदूषण
रिसर्च से पता चला है कि कृत्रिम प्रकाश समुद्री जीवों के बीच आपसी व्यवहार से लेकर प्रजनन और हार्मोनल चक्र में बदलाव की वजह ...
समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा रहा है इंसानी कोलाहल
इंसान शोर न केवल समुद्रों में ध्वनि प्रदूषण कर रहा है, साथ ही उसकी वजह से प्राकृतिक ध्वनियां भी गुम होती जा रही हैं| ...
माइक्रोप्लास्टिक से गर्म हो रही है रेत, समुद्री कछुओं के विकास पर पड़ सकता है बुरा असर
शोध में पाया गया कि माइक्रोप्लास्टिक की अत्यधिक मात्रा समुद्र तट की रेत के तापमान को बढ़ा सकती है जिससे समुद्री कछुओं के विकास ...
अभी भी अस्तित्व में है 112 साल पहले विलुप्त हो चुका गैलापागोस का विशालकाय कछुआ
2019 के दौरान मिली यह मादा वास्तव में कछुओं की चेलोनोइडिस फैंटास्टिकस प्रजाति का ही हिस्सा है, जिन्हें फर्नांडीना विशाल कछुओं के रूप में जाना जाता ...
क्या तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ खत्म हो जाएंगी यह खूबसूरत प्रजातियां
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ प्रजातियों ने अपनी खाने की आदतों को बदल लिया है कुछ ने अपने आवास को, पर जो ...
अनोखी विशेषता वाले कछुओं और मगरमच्छों के विलुप्त होने की आशंका सबसे ज्यादा: अध्ययन
कुछ प्रजातियां बीज फैलाने में अहम भूमिका निभाते हैं, कुछ बिल बनाकर अन्य प्रजातियों के लिए आवास बनाते हैं और अन्य शिकारी होते हैं ...
दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं भारतीय स्टार कछुए, अध्ययन में खुलासा
कछुओं के अवैध व्यापार से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है, अवैज्ञानिक तरीके से स्थानांतरण के कारण अलग-अलग आबादी के बीच अनुवांशिक मिश्रण हो रहा ...
विशालकाय जीवों के क्रोमोसोम-स्केल जीनोम से खतरे में पड़ी आबादी को बचाया जा सकता है
अल्दाब्रा विशाल कछुआ 300 किलोग्राम तक के वजन तक पहुंच सकता है और आम तौर पर 100 से अधिक वर्षों तक जीवित रहता है
भीड़भाड़ वाले इलाकों में नहीं चला सकते पटाखा व्यवसाय, कर्नाटक उच्च न्यायलय ने अनुमति देने से किया इंकार
यहां जानिए आखिर क्यों किया कर्नाटक उच्च न्यायालय ने बेंगलुरु के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पटाखा कारोबार को अनुमति देने से इंकार?
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...