कोरोना के कारण गरीबी के चरम स्तर पर पहुंच सकती हैं दुनिया की 4.7 करोड़ महिलाएं: यूएन
यूएन की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण महिलाओं में गरीबी की दर में 9.1 फीसदी की वृद्धि हो सकती ...
कॉप-26: जी20 देशों के 70% किशोरों ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई
यूएनडीपी और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने जलवायु परिवर्तन पर एक बड़ा जनमत (वोटिंग) सर्वेक्षण कराया
भारत में रह रहे दुनिया के 28 फीसदी गरीब: मानव विकास सूचकांक 2019
यूूएनडीपी के वार्षिक मानव विकास सूचकांक के मुताबिक, भारत में 2005 से 2015 के दौरान लगभग 27.1 करोड़ लोग गरीब रेखा से बाहर निकल ...
भारत में 15 वर्षों के दौरान 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले
संयुक्त राष्ट्र के बहुआयामी गरीबी सूचकांक नवीनतम अपडेट के अनुसार 2021 में 23 करोड़ भारतीय अभी गरीबी की चपेट में हैं
गरीबी कम करने में सिएरा लियोन से सबक ले सकती है दुनिया
हालिया वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक कहता है कि इस गरीब अल्पविकसित देश ने इबोला से लड़ते हुए भी समग्र गरीबी सबसे तेजी से कम ...
कोरोना के प्रभाव से निपटने के लिए गरीब महिलाओं को बुनियादी अस्थायी आय जरूरी : यूएनडीपी
अस्थायी बुनियादी आय से विकासशील देशों में गरीबी में जी रही लगभग 62 करोड़ महिलाओं को काम करने की भरोसेमंद वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
क्या कभी महिलाओं को मिल पाएगा पुरुषों के बराबर दर्जा, आज भी रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में हैं पीछे
दुनिया भर में करीब 240 करोड़ महिलाएं, पुरुषों के समान अधिकारों से वंचित हैं। अनुमान है कि उनके बीच के इस अंतराल को भरने ...
महिला सशक्तीकरण और लैंगिक समानता के मामले में पिछड़े देशों में शामिल है भारत: यूएन वीमेन रिपोर्ट
बात चाहे स्वास्थ्य की हो या विकास की देश में महिलाएं आज भी पुरुषों से पीछे हैं और बराबरी का हक पाने के लिए ...
मानव विकास सूचकांक में एक पायदान लुढ़का भारत, 189 देशों की रैंकिंग में 131 वें स्थान पर पहुंचा
मानव विकास सूचकांक की 189 देशों की इस लिस्ट में भारत को 131 वां स्थान दिया गया है, जबकि पिछले वर्ष (2018 में) भारत ...
क्या है जो भारत में तैयार कर रहा है गरीब
वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक 2022 से पता चलता है कि पोषण, ईंधन, आवास और स्वच्छता तक पहुंच की कमी देश में लाखों लोगों को ...
दुनिया भर में कोविड-19 के लिए बनाई 225 सरकारी टास्क फोर्स में हैं केवल 24 फीसदी महिलाएं
दुनिया भर में कोरोना महामारी से निपटने के लिए बनाई टास्क फोर्स में तीन चौथाई पुरुष हैं| इस तरह का लिंगभेद महिलाओं के महामारी ...
कॉप 27: चरम मौसम की घटनाओं का त्वचा रोग पर पड़ता है बहुत भारी असर
चरम मौसम की घटनाएं हाशिए पर रहने वाले और कमजोर आबादी को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बढ़ाती हैं
किसानों से कैसे अरबों डाॅलर लूट रही है सरकार, संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार की नीतियों ने किसानों के लिए वे सारे रास्ते बंद कर दिए हैं, जिनसे वे ...
जलवायु परिवर्तन के कारण 2050 तक 20 करोड़ लोगों को छोड़ना पड़ सकता है घर
जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाला पलायन और विस्थापन भविष्य में और प्रबल होगा
मानव विकास सूचकांक: 193 देशों की सूची में 134वें पायदान पर भारत, जीवन प्रत्याशा में आई गिरावट
इससे पहले 2021 में जारी मानव विकास सूचकांक में भारत को 0.633 अंकों के साथ 132वें पायदान पर जगह दी गई थी
विश्व जनसंख्या दिवस: 8 अरब के मुहाने पर खड़े हैं हम, क्या कहते हैं आंकड़े
सभी के लिए एक स्थिति-परक भविष्य की ओर समान अवसर और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना
जलवायु आपदाओं और संघर्ष के बीच पहली बार 10 करोड़ के पार पहुंचा विस्थापितों का आंकड़ा
जलवायु में आते बदलावों के चलते अगले 28 वर्षों में करीब 21.6 करोड़ लोगों को अपनी मौजूदा जिंदगी, जीविका और घरों को छोड़ सुरक्षित ...
दुनिया से गरीबी को दूर करने के लिए चाहिए प्रति व्यक्ति छह टन कच्चा माल
जर्मनी में एक औसत व्यक्ति द्वारा हर वर्ष की जा रही संसाधनों की खपत को देखें तो वो करीब 72 टन है, वहीं अमेरिका ...
कॉप 27: जलवायु कार्रवाई की सफलता के लिए पानी का प्रबंधन बेहद जरूरी: रिपोर्ट
जलवायु लक्ष्यों की योजना बनाने के लिए दुनिया भर में पानी की कमी और कमी को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है
कैसा विकास: मानव विकास सूचकांक की 191 देशों की सूची में 132वें पायदान पर भारत
सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक में गिरावट दर्ज की है। देखा जाए मानव ...