पर्यावरण मुकदमों की डायरी: 15 दिन के अंदर प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने का इंतजाम करें: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
2050 तक ऊर्जा क्षेत्र में आएंगी 80 लाख नई नौकरियां
अनुमान है कि जहां एक तरफ जीवाश्म ईंधन के क्षेत्र में मौजूद नौकरियों में गिरावट आएगी, वहीं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार की ...
लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: लोकल मुद्दों पर जनता का बुलंद फैसला
सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत है वो सरकार बना सकता है, लेकिन उसकी सीटों में आई भारी कमी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है, ...
उत्तराखंड: केंद्र ने मनरेगा को खेती से जोड़ने का प्रस्ताव लौटाया
कोविड-19 की वजह से उत्तराखंड लौटे लोगों को बंजर खेतों में काम करने पर मनरेगा की मजदूरी देने का प्रस्ताव सिरे नहीं चढ़ पाया
मनरेगा: नए ग्रामीण भारत की रीढ़
तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद मनरेगा की सार्थकता उसके शुरू होने के चौदह साल बाद भी बरकरार है
2037 तक, भारत में हर 15 सेकंड में होगी एक नए एयर कंडीशनर की मांग: विश्व बैंक रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थायी तरीके से ठंडा करने की रणनीति से न केवल भारत को उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी ...
मजदूरों के लिए युद्ध और संघर्ष से ज्यादा बड़ा खतरा हैं जलवायु से जुड़ी आपदाएं
2000 के बाद से जलवायु सम्बन्धी आपदाओं की दर दोगुनी हो गई है| जिसका व्यापक असर श्रमिकों की उत्पादकता पर पड़ रहा है| ऊपर ...
महामारी में मनरेगा ने दिया साथ, लेकिन उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं योजना
रिपोर्ट से पता चला है कि इस दौरान मनरेगा के तहत काम करने वाले औसतन केवल 36 फीसदी परिवारों को 15 दिनों के भीतर ...
रोजगार संबंधी कारणों से दिल्ली के 87 फीसदी से अधिक पुरुष करते हैं पलायन
रोजगार संबंधी कारणों से प्रवास करने वाले पुरुषों के मामले में दिल्ली अव्वल है, जहां 87.1 फीसदी पुरुषों ने रोजगार की वजह से पलायन ...
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस: माध्यमिक शिक्षा पूरी नहीं कर पा रही है पांच में से एक लड़की
दुनिया भर में, पांच से 14 वर्ष की आयु की लड़कियां उसी आयु के लड़कों की तुलना में हर दिन 16 करोड़ घंटे अधिक ...
साल 2050 तक 15.8 करोड़ महिलाओं को गरीबी के भंवर में धकेल देगा जलवायु परिवर्तन
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नई रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन महिलाओं और बच्चियों को सबसे अधिक प्रभावित करेगा
लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रह गई थी स्लमों में रहने वाली दो-तिहाई किशोर बच्चियां
सर्वे में 78 फीसदी माओं ने माना कि लॉकडाउन के दौरान उनकी किशोर बच्चियों को सैनिटरी नैपकिन मिलने में कठिनाई हुई थी
सतत विकास के लक्ष्यों पर कैसा है भारत का रिपोर्ट कार्ड, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आज देश के हर घर तक बिजली पहुंच चुकी है। इसी तरह जहां 2015 में देश की 30.4 फीसदी आबादी खुले में शौच के ...
एसडीजी लक्ष्यों के 85 मापदंडों पर पहले से बेहतर हुआ भारत का प्रदर्शन, 36 में आई गिरावट
रिपोर्ट में आंकड़ों की कमी को उजागर करते हुए कहा गया है कि अभी भी 100 संकेतक ऐसे हैं, जिनकी प्रगति को मापने के ...