नहीं मिली सरकारी मदद, कोरोना से उपजे आर्थिक संकट के सामने असहाय 270 करोड़ लोग
ऑक्सफेम की नई रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई आबादी को कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है
कोविड-19 दुनिया के आधे युवाओं को बेचैनी और अवसाद में डाल सकता है : आईएलओ
युवा कोरोनावायरस महामारी के कारण अनिश्चितताओं से घिरे हैं, 38 प्रतिशत भविष्य में नौकरियों के प्रति आशंकित हैं
गरीबों को न्यूनतम आय गारंटी दी जाए
न्यूनतम आय गारंटी योजना लागू होती है तो गरीबों की सुरक्षा के लिए पैसा ट्रांसफर के काम में तेजी लाने की आवश्यकता होगी
मनरेगा में काम के दिन बढ़ने चाहिए : पूरन चंद्र किशन
राजस्थान में अप्रैल 2020 से 21 जुलाई तक 57.34 लाख परिवारों के 77.17 लाख लोगों को रोजगार मिला है
कौन लिख रहा है किसानों का मर्सिया
एक किसान के पास अब निवेश के लिए आधार पूंजी भी नहीं है और न ही उसमें कृषि क्षेत्र में वापस जाने के लिए ...
विधानसभा चुनाव परिणाम: रोजगार देने की वायदाखिलाफी ने केसीआर की सत्ता की गाड़ी को किया बेपटरी
राज्य में युवा बेरोजगारी 15.1 प्रतिशत से अधिक है, यह राष्ट्रीय बेरोजगारी 10 प्रतिशत से अधिक है
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: कहां हुई चूक?
40 करोड़ युवाओं के कौशल में विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई थी, लेकिन...
मनरेगा के बंद होने से रोजगार की तलाश में खाली हो रहे पश्चिम बंगाल के ‘भुतहा’ गांव
रोजगार के अवसरों में कमी के चलते पश्चिम बंगाल के ग्रामीण परिवार स्थाई तौर पर अपने घरों को छोड़ पलायन करने को मजबूर हैं
रोजगार की गुत्थी: स्वरोजगार के आंकड़ों से छिपाई जा रही है हकीकत
बेरोजगारी दर में कमी इस बात की तरफ इशारा है कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार तो मिला है। लेकिन क्या वास्तव में ...
मनरेगा: दूर की कौड़ी साबित हुआ बेरोजगारी भत्ता, केवल तीन फीसदी मजदूर को ही मिला
संसदीय समिति ने समय पर बेरोजगारी भत्ता देने को कहा, विभाग ने दिया उत्तर "देखेंगे"
कामकाज के दौरान आंखों की देखभाल जरूरी, रोजगार के चलते 1.3 करोड़ लोगों को हैं नजर में दिक्कत
जिन श्रमिकों को दृष्टि सम्बन्धी विकार होते हैं, उन्हें दूसरे कामगारों की तुलना में रोजगार मिलने की सम्भावना 30 फीसदी तक कम होती है
कोविड-19: आसान नहीं है महामारी से उबरने की डगर, अमीर-गरीब के बीच की खाई है बड़ी समस्या
एक तरफ उच्च आय वाले देश हैं जहां की 67 फीसदी से ज्यादा आबादी का टीकाकरण पूरा हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ पिछड़े ...
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-7: शहरी श्रमिकों को भी देनी होगी रोजगार की गारंटी
शहरी श्रमिकों को रोजगार का कानूनी अधिकार प्रदान करने से शहरी अर्थव्यवस्था में कम आमदनी पर काम करने वाले श्रमिकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा
कॉप 27: जलवायु में बदलाव से सुंदरवन को 40 साल में हुआ दो लाख करोड़ का नुकसान
पिछले 25 वर्षों में यहां रहने वाले 62 प्रतिशत लोगों ने अपनी मूल आजीविका खो दी है और 15 लाख लोगों को यहां से ...
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट 2022: भारत के लिए ये हैं 5 सबसे बड़े खतरे, दूसरे देशों से हैं अलग
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट में पर्यावरण से जुड़े संकटों जैसे जलवायु परिवर्तन, चरम मौसम और जैव विविधता को हो रहे नुकसान को दुनिया के लिए ...
गहरे सदमे में है भारतीय अर्थव्यवस्था
ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदा महामारी का आर्थिक प्रभाव बेहद नुकसानदेय होने वाला है क्योंकि वहां ज्यादातर अनौपचारिक और कम कमाई करने वाली मजदूर रहते ...
कोरोना से ज्यादा खतरनाक है जलवायु परिवर्तन: वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम
रिपोर्ट में पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता को हो रहे नुकसान को सबसे बड़ा खतरा माना है| यह ऐसी ...
पढ़े-लिखे युवाओं को भी भा रहा है मनरेगा
राजस्थान में मनरेगा साइट पर काम की देखरेख करने के लिए पढ़े लिखे युवाओं की तैनाती की जा रही है
महामारी के दौरान भूख और गरीबी के बीच हर 30 घंटे में पैदा हुआ एक नया अरबपति: ऑक्सफैम रिपोर्ट
महामारी के दौरान हर 33 घंटे में 10 लाख की दर से और 26.3 करोड़ लोग गंभीर रूप से गरीबी का शिकार हुए
संसद में आज (24 मार्च 2022): सदन में महिला प्रतिनिधियों की संख्या सबसे अधिक
7 राज्यों में स्थित 223 मौजूदा बड़े बांधों का व्यापक रूप से ऑडिट किया गया और 2,567 करोड़ रुपये की लागत से उनका पुनर्वास ...
कोविड-19 ने बिखेर दिया लोगों की आजीविका, सेहत और खाने-पीने की प्रणाली
कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में मानव जीवन को नुकसान पहुंचाया है और सार्वजनिक स्वास्थ्य, खाद्य प्रणालियों और काम की दुनिया में एक अभूतपूर्व चुनौती ...
प्रवासी श्रमिकों ने चार महीनों में जीवित किए 1,000 तालाब
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक श्रमदिवस सृजित करने वाला जिला सिद्धार्थनगर रहा। जिले में लॉकडाउन के दौरान कुल 1.51 लाख प्रवासी श्रमिक लौटे
महिला दिवस विशेष: पुरुषों के मुकाबले हासिल केवल दो-तिहाई कानूनी अधिकार, विश्व बैंक की रिपोर्ट
भले ही हमने विकास के कितने ही पायदान चढ़ लिए हों, लेकिन सच यही है कि समाज में आज भी महिलाओं को पुरुषों के ...
विश्व सामाजिक न्याय दिवस : क्यों मनाया जाता है यह दिन, क्या है महत्व, यहां जानें
यह सुनिश्चित करना विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम एक ऐसी न्यायपूर्ण दुनिया बना सकें जहां सामाजिक न्याय एक आदर्श हो
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...