रोजगार मिलने पर भी बदहाल
दिहाड़ी मजदूरों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले गरीबी में जिंदगी गुजार रहे हैं। इनमें उन लोगों का अच्छा खासा प्रतिशत है जिनके ...
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: तीसरे चरण में केवल सात प्रतिशत युवाओं को ही मिल पाया काम
संसद की स्थायी समिति ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण के दौरान केवल सात फीसदी नियुक्तियों पर चिंता जताई है
भारत में 2.3 फीसदी कर्मचारी ही हैं कुशल
नॉसकाम की रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों को सफलता के लिए कार्यबल को उचित प्रशिक्षण और काम के प्रति प्रोत्साहित करने की ...
2022 में 20.7 करोड़ होंगें बेरोजगार, स्थिति में सुधार के लिए करना होगा अभी और इंतजार
2019 में यह बेरोजगारों का यह आंकड़ा 18.6 करोड़ था। इसका मतलब है कि तब से लेकर 2022 के बीच इसमें 11 फीसदी यानी ...
2020 में आत्महत्याओं में 10 प्रतिशत की वृद्धि, सबसे अधिक 33,164 दिहाड़ी मजदूरों ने की आत्महत्या
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक, खेती किसानी से जुड़े लोगों द्वारा आत्महत्याओं के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है
60 लाख वेंडरों की रोजी पर संकट, फर्म को प्राथमिकता दे रहा रेलवे
रेलवे अपने स्टेशनों से वेंडर को हटा कर वहां कंपनियों से काम लेना चाहती है, जिसका असर लाखों वेंडर्स की रोजी-रोटी पर पड़ेगा
दुनिया भर में हैं 18 करोड़ बेरोजगार, आर्थिक सुस्ती से बिगड़े हालात
आईएलओ की ताजा रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में 47 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनके पास या तो काम नहीं है या मनमुताबिक काम ...
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-8: दूसरा संस्करण शुरू करने का सही समय
हमने गांवों के पावर डायनेमिक्स को रातों-रात बदलते देखा। पारंपरिक रूप से मजदूर काम के लिए किसानों पर निर्भर रहा करते थे, लेकिन अब ...
बजट 2020-21: फिर स्वरोजगार योजनाओं पर लगाया जाएगा दांव?
बेरोजगारों को रोजगार देने के मोर्चे पर विफल रही केंद्र सरकार ने पिछले बजट में स्वरोजगार को अपनाने की बात कही थी, क्या इस ...
आर्थिक सर्वे में मिले आम बजट के 5 बड़े संकेत
साल 2016-17 के आर्थिक सर्वेक्षण ने देश में रोजगारहीन विकास को एक प्रमुख चुनौती करार दिया है
झारखंड: कोयला खनन का काम छोड़ना चाहते हैं 85 प्रतिशत मजदूर: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोयला खनन से जुड़े 35 फीसदी श्रमिक ऐसे हैं जिनके पास वर्तमान रोजगार बंद होने की स्थिति में ...
चौथी औद्योगिक क्रांति: किन सवालों के जवाब मिलने हैं जरूरी?
चाथी औद्योगिक क्रांति के परिणाम क्या होंगे? क्रांति के प्रवर्तकों का कहना है कि यह हमारे जीने के तौर तरीकों को बदल देगी
बिहार चुनाव परिणाम: तो फिर किन मुद्दों पर लोगों ने दिया वोट
मुद्दों के मामले में बिहार चुनाव परिणाम ने राजनीतिक विश्लेषकों को चौंकाया है, लेकिन जमीन पर इन मुद्दों ने भी काम किया
एक सर्जिकल स्ट्राइक बेरोजगारी पर
सत्ता में कोई भी रहे, आतंकवाद की तरह ही बेरोजगारी भी लगातार बढ़ती रही है। जबकि इससे निपटने के लिए हमें सीमा पार करने ...
संसद में आज: देश में 28.66 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराया
भारत में वर्षा आधारित चावल की पैदावार 2050 तक 20 फीसदी और 2080 तक 47 फीसदी कम होने का अनुमान है
भारत में पढ़ी लिखी महिलाओं में बेरोजगारी दर अधिक: रिपोर्ट
ओईसीडी के इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया में कहा गया है कि भारत में पुरुष और महिलाओं की बेरोजगारी दर के बीच 52 प्रतिशत अंक की ...
मॉनसून 2022: जून में कृषि क्षेत्र में कम हुए करीब 80 लाख मजदूर
धीमे मॉनसून और बुआई का रकबा 15 फीसदी कम होने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार मंदी की ओर बढ़ रहा है
जरुरत से कहीं ज्यादा तेजी से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहे हैं देश
पिछले 30 वर्षों में कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसने पर्यावरण को संकट में डाले बिना अपने नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा ...
2019 की तुलना में 1.3 करोड़ महिलाओं के पास अभी भी नहीं है रोजगार
2021 में कामकाजी उम्र की केवल 43.2 फीसदी महिलाओं को ही रोजगार मिलने की सम्भावना है, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 68.6 फीसदी रहने ...
अक्टूबर में 7 फीसदी के करीब पहुंची भारत की बेरोजगारी दर
अक्टूबर के महीने में बेरोजगारी दर 6.98 फीसदी दर्ज की गई है
कोरोना और तकनीकी विकास के चलते खतरे में हैं 8.5 करोड़ नौकरियां
वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की रिपोर्ट 'फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2020' से पता चला है कि कोरोना के चलते जॉब मार्केट में बहुत तेजी से बदलाव ...
साल के अंत तक 8.6 करोड़ बच्चों को गरीबी में धकेल देगा कोरोनावायरस
कोरोना महामारी से आए आर्थिक संकट के चलते पहले से गरीबी का बोझ ढो रहे बच्चों की संख्या बढ़कर 67.2 करोड़ हो सकती है
वैश्विक मंदी का सामना करती दुनिया, चार दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा आर्थिक विकास
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नवीनतम ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि देशों के बीच मौजूद असमानताएं और असमान विकास, ...
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2022 रिपोर्ट: 17 प्रमुख लक्ष्यों को पाने में चूक सकती है सरकार
सतत विकास लक्ष्यों (एसीडीजी) को हासिल करने में भारत पिछले दो सालों में तीन पायदान नीचे खिसका है