दुनिया से गरीबी को दूर करने के लिए चाहिए प्रति व्यक्ति छह टन कच्चा माल
जर्मनी में एक औसत व्यक्ति द्वारा हर वर्ष की जा रही संसाधनों की खपत को देखें तो वो करीब 72 टन है, वहीं अमेरिका ...
सीबीडी कॉप 15: महाविनाश का हथियार बन गई है मानवता, धरती का 75 प्रतिशत हिस्सा बदला
वैश्विक स्तर पर पौधों व पशुओं की 10 लाख प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए हम इंसान और हमारी ...
कॉप 27: जलवायु कार्रवाई की सफलता के लिए पानी का प्रबंधन बेहद जरूरी: रिपोर्ट
जलवायु लक्ष्यों की योजना बनाने के लिए दुनिया भर में पानी की कमी और कमी को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है
जलवायु में आते बदलावों का खामियाजा भुगत रहे हैं 98 फीसदी अफ्रीकी देशों में बच्चे
जलवायु में आते बदलावों से जुड़े खतरों के बावजूद वैश्विक जलवायु वित्त पोषण का केवल एक छोटा सा हिस्सा, करीब 2.4 फीसदी ही बच्चों ...
जलवायु संकट: बाढ़ के चलते इस साल दांव पर है रिकॉर्ड तीन करोड़ बच्चों का भविष्य
यूनिसेफ ने कॉप-27 के दौरान आगाह किया है कि इस साल वैश्विक स्तर पर करीब तीन करोड़ बच्चे भीषण बाढ़ की चपेट में आए ...
किशोरावस्था में ही मातृत्व का बोझ उठाने को मजबूर हैं विकासशील देशों की एक-तिहाई महिलाएं
जो बच्चियां पहली बार 14 वर्ष या उससे कम उम्र में मां बनती हैं, उनमें से तीन-चौथाई संख्या उनकी है, जिनके दूसरे बच्चे का ...
महामारी के बाद, पहली बार बाल टीकाकरण में आया सुधार, 40 लाख अधिक बच्चों को मिली खुराक
'शून्य खुराक' वाले बच्चों की संख्या जहां महामारी के दौरान बढ़कर 1.81 करोड़ पर पहुंच गई थी, वो 2022 में घटकर 1.43 करोड़ पर ...
दुनियाभर में 100 करोड़ लोगों को सुविधा देने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं है बिजली-पानी के पुख्ता इंतजाम
स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर सुविधाओं की कमी हर साल 80 लाख लोगों की जान ले रही है। साथ ही इनकी वजह से अर्थव्यवस्था को ...
कॉप 27: पहली बार कृषि एवं खाद्य प्रणाली पर होगी चर्चा, ग्रीनवाशिंग से दूर रहने की सलाह
ऐसे समय में जब जलवायु परिवर्तन की वजह से फसलों को बड़ा नुकसान हो रहा है, तब कॉप-27 में कृषि व खाद्य प्रणाली पर ...
कैसा विकास: मानव विकास सूचकांक की 191 देशों की सूची में 132वें पायदान पर भारत
सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक में गिरावट दर्ज की है। देखा जाए मानव ...
कॉप 27: आर्कटिक की आग से निकल सकती है सीओ2 की भयावह मात्रा
2020 में आग ने 25 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को जला दिया और उसी हिसाब से सीओ 2 जारी हुई, जितना कि एक ...
भारत में मौसमी आपदाओं का कहर, छह साल के दौरान 67 लाख बच्चे हुए बेघर: रिपोर्ट
भारत में 2016 से 2021 के बीच मौसमी आपदाओं के चलते 67 लाख बच्चों को अपने घरोंदों को छोड़ दूसरी सुरक्षित जगहों पर शरण ...
जलवायु से जुड़ी आपदाओं का सामना करने के लिए तैयार नहीं एशिया-पैसिफिक: संयुक्त राष्ट्र
यह क्षेत्र पहले ही जलवायु में आते बदलावों की भारी कीमत चुका रहा है। अनुमान है कि इसके चलते क्षेत्र को हर साल करीब ...
खाने की कमी से जूझता हर दसवां इंसान, 310 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है पोषक आहार
दुनिया के सामने बढ़ती भूख ही इकलौती समस्या नहीं है। सेहतमंद आहार जो स्वस्थ आबादी के लिए जरूरी है वो भी लोगों की पहुंच ...
वर्ल्ड हेल्थ असेंबली: मूल निवासियों के स्वास्थ्य को सशक्त करने के लिए ऐतिहासिक संकल्प को मंजूरी
90 देशों में करीब 47.6 करोड़ मूल निवासी हैं, जो गरीबी और स्वास्थ्य सेवाओं से दूर हाशिए पर जीने को मजबूर हैं
पूरी दुनिया में मूल आबादी झेल रही है गरीबी और उपेक्षा का दंश : यूएन रिपोर्ट
यूएन ने पहली बार मूल आबादी पर रिपोर्ट जारी की है। भयंकर गरीबी और उच्च बेरोजगारी के मामले में भारत की तुलना उप-सहारा अफ्रीकी ...
डब्ल्यूएचओ ने पांच साल से कम उम्र के बच्चों में कुपोषण से निपटने के लिए नए दिशा निर्देश किए जारी
दिशा निर्देश देशों को बच्चों और उनके परिवारों के लिए सबसे अच्छी सेवाएं प्रदान करने के लिए लगातार देखभाल पर विशेष जोर देने के ...
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस: माध्यमिक शिक्षा पूरी नहीं कर पा रही है पांच में से एक लड़की
दुनिया भर में, पांच से 14 वर्ष की आयु की लड़कियां उसी आयु के लड़कों की तुलना में हर दिन 16 करोड़ घंटे अधिक ...
एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस : एंटीबायोटिक दवाएं हो रही बेअसर, मामूली संक्रमण भी हों जाएंगे लाइलाज
रोगाणुरोधी प्रतिरोध एक ऐसा अनदेखा खतरा है जो हर साल 50 लाख जिंदगियां लील रहा है। इसके बावजूद लोगों को इसके बारे में बहुत ...
दुनिया भर में हर तीन में से एक बच्चा पानी की भारी कमी से जूझ रहा है: यूनिसेफ
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में वर्तमान में 55.9 करोड़ बच्चे भयंकर गर्मी या लू के खतरे में हैं, जो साल 2050 तक 2.02 ...
कैसे होगा विकास? सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के फायदों से वंचित हैं 140 करोड़ बच्चे
इस मामले में असमानता की खाई बेहद गहरी है जहां कमजोर देशों में महज नौ फीसदी बच्चे को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं का ...
सतत विकास के लक्ष्यों पर कैसा है भारत का रिपोर्ट कार्ड, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आज देश के हर घर तक बिजली पहुंच चुकी है। इसी तरह जहां 2015 में देश की 30.4 फीसदी आबादी खुले में शौच के ...
एसडीजी लक्ष्यों के 85 मापदंडों पर पहले से बेहतर हुआ भारत का प्रदर्शन, 36 में आई गिरावट
रिपोर्ट में आंकड़ों की कमी को उजागर करते हुए कहा गया है कि अभी भी 100 संकेतक ऐसे हैं, जिनकी प्रगति को मापने के ...
विश्व हिंदी दिवस 2024: हम इसे क्यों मनाते हैं? जानिए तिथि, इतिहास और महत्व
मंदारिन, चीनी और अंग्रेजी के साथ हिंदी दुनिया भर में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है
जग बीती: जिसने पहुंचाया नुकसान, वही उठाएगा फायदा