मच्छरों के जीन में बदलाव करके वैज्ञानिकों ने खोजा मलेरिया से निपटने का उपाय
वैज्ञानिकों ने मादा मच्छरों की आबादी को रोकने के लिए जीन ड्राइव तकनीक का इस्तेमाल किया है
क्या आपके साबुन की गंध से मच्छर हो सकते हैं आकर्षित, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च के मुताबिक मच्छर केवल खून ही नहीं पीते, यह अपने भोजन के लिए फूलों के नेक्टर पर भी निर्भर करते हैं। ऐसे में ...
जंगली पक्षियों की करीब 14 फीसदी आबादी को प्रभावित कर रहा है एवियन मलेरिया
अध्ययन के अनुसार पक्षियों को प्रभावित करने वाला यह एवियन मलेरिया इसके प्रसार के लिए हॉटस्पॉट बन चुके क्षेत्रों में बड़ी तेजी से फैल रहा ...
यूरोप, चीन, अमेरिका और जापान में भी फैल सकता है जीका वायरस
ठन्डे इलाकों में बढ़ता तापमान, जलवायु को जीका वायरस के फैलने के अनुकूल बना रहा है|
इम्यून सिस्टम से बचने के लिए क्या तकनीक अपनाता है मलेरिया परजीवी 'प्लास्मोडियम फैल्सीपेरम'
वैज्ञानिकों ने इस गुत्थी को सुलझा लेने का दावा किया है कि किस तरह मलेरिया परजीवी 'प्लास्मोडियम फैल्सीपेरम' इम्यून सिस्टम को चकमा देने में ...
भारत में मलेरिया परजीवियों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने खोजा नया तरीका
वैज्ञानिकों के अनुसार, प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया परजीवी संक्रमण के बाद वर्षों तक किसी व्यक्ति के लीवर की कोशिकाओं में निष्क्रिय रूप में रह सकता ...
घातक बीमारियों को फैलाने वाले आक्रामक मच्छरों की निगरानी के लिए लॉन्च हुआ डैशबोर्ड
डैशबोर्ड तीन ऐप के आंकड़ों को जोड़ता है, मॉस्किटो अलर्ट, ग्लोब ऑब्जर्वर और आईनेचुरलिस्ट, जहां दुनिया भर के लोग अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके ...
आवरण कथा: मलेरिया, डेंगू और अब जीका वायरस.... मच्छर जनित बीमारियों का दोषी कौन?
मच्छरों से मुक्ति की कामना करने वाले उत्तर प्रदेश में भावी पीढ़ियों की सेहत पर खतरा मंडराने लगा है
1970 से 94.6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर चुकी हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां
इससे होने वाले वार्षिक नुकसान करीब 196,816 करोड़ रुपए है| जो कम होने की जगह हर दशक तीन गुना हो जाता है
महिला विमर्श: नहीं बदली है माहवारी से जुड़ी अवधारणाएं
माहवारी शुरू होने के समय लड़कियों को डेढ़ लोटा पानी से स्नान करवाया जाता है। इसके बाद उसे घर के कई सामानों को छूने ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने विसरल लीशमैनियासिस बीमारी के उपचार का तरीका खोजा
यह बीमारी हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती है, जिससे यह मलेरिया के बाद मच्छर से होने वाली दूसरी सबसे आम घातक बीमारी ...
विश्व मलेरिया दिवस : नेपाल-भूटान समेत 25 देशों को मलेरिया मुक्त करने के लिए डब्लूएचओ ने शुरु की नई पहल
जिन देशों को मलेरिया से निजात मिली है, उन देशों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को लेकर मजबूत प्रणाली है जो ज्यादा से ज्यादा लोगों ...
विश्व शहर दिवस: 2050 तक शहरों में रहने लगेंगे 10 में से 7 लोग
आज दुनिया की लगभग 55 प्रतिशत आबादी कस्बों और शहरों में रहती है, शहरीकरण का स्तर 2050 तक लगभग 70 प्रतिशत तक पहुंचने का ...
स्मार्टफोन ऐप से लगेगा मच्छरों का पता, मलेरिया से निपटने में मिलेगी मदद
इस तकनीक को ड्रोन और सैटेलाइट इमेज के साथ जोड़ा जाता है, जिससे पहले से अज्ञात मच्छरों के प्रजनन के स्थानों की पहचान की ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से सर्दियों में भी बढ़ रहा है मच्छरों का प्रकोप:अध्ययन
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि गर्म होती सर्दियों के चलते मच्छर अधिक सक्रिय हो गए हैं तथा ठंड के मौसम में भी ये ...
एशियन टाइगर मच्छर से कम है जीका वायरस के प्रकोप का खतरा
एक नए अध्ययन के अनुसार एशियन टाइगर मच्छर, जीका वायरस की महामारी के लिए एक बड़ा खतरा नहीं है।
प्रोटीन की खोज से मलेरिया की नई और असरकारक दवा के लिए खुले रास्ते
यह खोज मलेरिया के घातक संक्रमण से निपटने के लिए नए टीकों या उपचार का मार्ग प्रशस्त कर सकती है
माइक्रोब की हुई खोज, मलेरिया फैलने से रोकने में मिल सकती है कामयाबी
अध्ययन में पाया गया कि माइक्रोस्पोरिडिया एमबी नामक सूक्ष्म जीव प्रजनन के दौरान एक मच्छर से दूसरे मच्छर में जा सकता है। यह संक्रमित ...
विश्व मलेरिया दिवस: मलेरिया की वजह से हर साल मर जाते हैं 6 लाख से अधिक लोग
कोरोना के कारण 2030 तक दुनिया भर में मलेरिया के मामलों और मृत्यु दर को 90 प्रतिशत या उससे ज्यादा कम करने का लक्ष्य ...
मलेरिया के टीके का असर जल्दी खत्म क्यों हो जाता है: शोध
मलेरिया को नियंत्रित करने में प्रभावशाली सफलताओं के बावजूद, दुनिया भर में अभी भी हर साल 6 लाख से अधिक लोग उष्णकटिबंधीय इलाकों में ...
जियो-इंजीनियरिंग से एक अरब लोग मलेरिया की जद में आ सकते हैं: अध्ययन
जियो-इंजीनियरिंग का उपयोग करके उष्णकटिबंधीय इलाकों को ठंडा करना भविष्य के सापेक्ष कुछ स्थानों में मलेरिया के खतरे को बढ़ा सकता है
वैज्ञानिकों ने एक विशेष प्रोटीन की पहचान की, मलेरिया की नए तरीके से उपचार में मिलेगी मदद
मलेरिया परजीवी के इन प्रक्रियाओं को समझने से यह जानने में मदद मिलेगी कि वह पर्यावरणीय गड़बड़ी के अनुरूप कैसे ढलता है।
संसद में आज: सरकार को नहीं पता, देश में कितने हैं भूमिहीन खेतिहर मजदूर
भारत प्रमाणित जैविक क्षेत्र के मामले में 5वें स्थान पर है और दुनिया में जैविक किसानों के मामले में पहले स्थान पर है।
अब जांच के 30 मिनट बाद मिल जाएगी मलेरिया की रिपोर्ट
वैज्ञानिकों की एक टीम ने मलेरिया के लिए एक परीक्षण किट विकसित की है जो 30 मिनट में परिणाम बता देती है।
विश्व मलेरिया दिवस 2024: लाखों जिंदगियां लील रही है मलेरिया की बीमारी, क्या है बचाव के उपाय?
भारत में 2015 की तुलना में 2022 में मलेरिया के मामलों में 85 फीसदी की गिरावट आई और 83 फीसदी मौतें कम हुई