अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस पर जारी किया ''ब्रिंग बैक दि वल्चर'' पोस्टर
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया ने गिद्धों की प्रत्येक प्रजाति के संरक्षण की जानकारी के साथ भारत में गिद्धों की विभिन्न प्रजातियों पर एक पोस्टर जारी किया ...
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस: खतरे में हैं शिकारी पक्षियों की 30 फीसदी प्रजातियां
गिद्ध मुख्य रूप से मांस खाते हैं, मृत जानवरों का निपटान करके बीमारी के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
गिद्धों को बचाने के लिए खुला है अनूठा रेस्टोरेंट
दुनिया से विलुप्त हो रहे गिद्धों के लिए हिमाचल के पौंग डैम वैटलैंड में वाइल्डलाइफ विंग ने रेस्टोरेंट शुरू किया है, जहां लोग अपने ...
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस: यहां जानिए इसका इतिहास और उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस का उद्देश्य प्रत्येक भाग लेने वाले संगठन के लिए गिद्ध संरक्षण और जागरूकता को उजागर करने वाली अपनी गतिविधियों को ...
डाउन टू अर्थ खास: विलुप्त होते गिद्धों की जान ले रही है ये दवाएं
गिद्धों को बचाने के लिए भारत ने पशुओं के इलाज में डाइक्लोफेनैक का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस प्रतिबंध के 16 ...
दक्षिण भारत में गिद्धों की सटीक संख्या का पता लगाने के लिए गणना शुरू
शोधकर्ताओं के मुताबिक तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में संयुक्त रूप से की जा रही गिद्धों की गणना से दक्षिण भारत में इनकी सही संख्या ...
तो क्या लैंडफिल के बंद होने से गायब हो जाएंगे मिस्र के संकटग्रस्त प्रजाति के गिद्ध?
मिस्र का गिद्ध (निओफ्रॉन पेर्कनोप्टेरस) सबसे छोटे गिद्धों में से एक है और दुनिया भर में शिकार करने के लिए जाना जाने वाला एक ...
असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में मिली पक्षियों की 250 प्रजातियां, दो पर मंडरा रहा गंभीर संकट
असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में पाई गई पक्षियों की इन 250 प्रजातियों में गंभीर संकट में पड़े सफेद पूंछ वाले गिद्ध और व्हाइट रम्प्ड ...
बुझ रही है कुदरत की लालटेन
मौसम के बदलाव का संकेत देने वाले जुगनू जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से खत्म होते जा रहे हैं
डायनासॉर काल में धरती पर मौजूद थीं मधुमक्खियां?
वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया है कि विलुप्त हो चुके डायनासॉर के जमाने में भी मधुमक्खियां होती थी और मधुमक्खियां और डायनासॉर तकरीबन ...
जलवायु परिवर्तन से ‘मारमोट’ का जीवन खतरे में: अध्ययन
मारमोट एक प्रकार की बड़ी गिलहरी की प्रजाति है, जो भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालय, लद्दाख और देओसाई पठार आदि में पाई जाती है
शिकार नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन के कारण विलुप्त हुए ऊनी गैंडे : शोध
शोधकर्ताओं ने पाया कि साइबेरिया से गायब होने से कुछ हजार साल पहले तक ऊनी गैंडों की आबादी स्थिर और विविधता से भरी हुई ...
दुनिया भर में 30 फीसदी शिकारी पक्षियों की प्रजातियों पर मंडरा रहा है खतरा
दक्षिण एशिया में मरे हुए जानवरों को खाने के बाद शिकारी पक्षियों की मृत्यु में बढ़ोतरी देखी गई है, हाल के दशकों में कुछ ...
निमेसुलाइड पर क्यों नहीं लगाया प्रतिबंध, दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र से पूछा सवाल
दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारत सरकार से दवा 'निमेसुलाइड' पर प्रतिबंध न लगाने के लिए स्पष्टीकरण मांगा है
नए युग में धरती: अब तक पांच बार हो चुका है महाविनाश
शुरुआती विलुप्तियां और जीवाश्म रिकॉर्ड बताते हैं कि एक प्रजाति करीब 10 लाख वर्षों में खत्म हो जाती है
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
और तेज करने होंगे विलुप्त होते गिद्धों को बचाने के उपाय
कई देशों में रसूखदार लोग, तंत्र क्रिया वाले और घरों में पालने के लिए लोग गिद्धों की मुंहमांगी कीमत देते रहे है
क्या गिद्धों की संख्या बढ़ाने में मददगार साबित होगा गोरखपुर का गिद्ध केंद्र?
उत्तर प्रदेश में 1990 की तुलना में इस क्षेत्र में केवल 5 प्रतिशत गिद्ध रह गए हैं
उत्तर बंगाल में क्यों बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?
उत्तर बंगाल में गिद्दों की ंसंख्या बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह बड़ी रोचक है
शाकाहारी जीवों पर अधिक है विलुप्ति का खतरा, जानें क्यों
पिछले 500 वर्षों में कम से कम 368 कशेरुक प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं।
भारत सहित दुनिया भर में पक्षियों की 5,412 प्रजातियों में आ रही गिरावट
वहीं पक्षियों की आठ में से एक यानी 12.8 फीसदी प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं
भारत के संरक्षित क्षेत्रों में भी जहरीली दवाओं से सुरक्षित नहीं गिद्ध, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नया अध्ययन इस दावे का खंडन करता है जंगली गिद्ध दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनैक से सुरक्षित हैं