दवा के अवशेषों का एक घातक कॉकटेल पी रहे हैं हम लोग
रिपोर्ट्स बताती हैं कि जल स्रोतों में दवा के अवशेष की मौजूदगी से मछलियों का चरित्र बदल गया और गर्भनिरोधक गोलियों के अवशेष ने ...
जानिए, कहां हुई थी आर्सेनिक की वजह से पहली मौत
चिली के अरीका शहर में 7,000 साल पहले चिंचोरो समुदाय को आर्सेनिक की मार झेलनी पड़ी थी, वहां सबसे पहले एक बच्चे की मौत ...
पीने के पानी में बढ़ रहा है माइक्रोप्लास्टिक : डब्ल्यूएचओ
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि माइक्रोप्लास्टिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं, लेकिन अंतिम निर्णय पर पहुंचने से ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: जम्मू कश्मीर के हरे-भरे चरागाह क्षेत्रों में नहीं चल सकते वाहन: रिपोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: पुजल झील में बायोमेडिकल कचरा डालने के संबंध में टीएनपीसी ने एनजीटी को सौंपी रिपोर्ट
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
इंजीनियरों ने हानिकारक ई.कोलाई को पानी से हटाने की नई विधि की ईजाद
45 मिनट में पानी से 99.99 प्रतिशत ई.कोलाई को हटाया
तीन दशक बाद भी हरे हैं बिछड़ी के जख्म, एक कंपनी की गलती की सजा भुगत रहे ग्रामीण
जल प्रदूषण की मार कई पीढ़ियों के लिए सजा बन सकती है। तीन दशक बाद भी राजस्थान का बिछड़ी गांव न्याय की आस में ...
पीने के लायक नहीं बचा यहां नर्मदा का पानी
नर्मदा नदी के पानी के सैंपल की जांच मुंबई की एक बड़ी प्रयोगशाला में जांच कराई गई है, जिसके परिणाम काफी चौंकाने वाले हैं
एसओई इन फिगर्स 2022: जहर ढो रही हैं नदियों की धाराएं, नहीं रही पीने लायक
डाउन टू अर्थ के वार्षिक संस्करण स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट इन फिगर्स 2022 रिपोर्ट दो जून को जारी की गई
नया शोध: धीमा नहीं, तेजी से खेतों को अधिक उपजाऊ बनाते हैं केंचुए
केंचुए जब सक्रिय होते हैं, तो मिट्टी और पौधों को उनके बलगम में उत्सर्जित नाइट्रोजन के माध्यम से तेजी से उपजाऊ बनाते हैं।
गैर जरूरी जगहों पर आरओ का इस्तेमाल अब भी जारी, डेढ़ बरस बाद भी नहीं बन पाए नियम
एनजीटी ने 20 मई, 2019 को ऐसे जगहों पर आरओ के इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया था जहां पानी खारा नहीं है। ...
जमीन पर प्लास्टिक प्रदूषण में इजाफा कर रहे हैं सिंथेटिक कपड़ों से निकला माइक्रोफाइबर
हर साल करीब 176,500 मीट्रिक टन सिंथेटिक माइक्रोफाइबर जमीन पर जमा हो रहा है, जिसके लिए पॉलिएस्टर और नायलॉन से बने कपडे जिम्मेवार हैं
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: एसटीपी का काम पूरा कर रिपोर्ट पेश करे दिल्ली जल बोर्ड
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
आरओ पर प्रतिबंध: सरकार के ड्राफ्ट से गायब हैं एनजीटी के ये निर्देश
एनजीटी ने आरओ पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए थे, लेकिन सरकार के ड्राफ्ट में कुछ निर्देश गायब हैं
समुद्री प्रदूषण के बारे में ये 11 बातें आपके लिए जानना है जरूरी
समुद्र से पृथ्वी की उत्पति हुई और हमें जीवन मिला, लेकिन हमारी वजह से ही अब समुद्र के जीवन को खतरा है। जानें, 11 ...
फूलों के फोम से बने माइक्रोप्लास्टिक से संकट में पड़ा समुद्री जीवों का जीवन
फूलों की खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को अवशोषित करने वाले हरे रंग के फूलों की फोम दुनिया भर में माइक्रोप्लास्टिक की ...
कहीं रूठ न जाए शिवना...
भू-जल और पानी की उपलब्धता को बनाए रखने वाली शिवना नदी यदि रूठ गई तो मंदसौर के निवासी जलसंकट से अभिशप्त हो जाएंगे।
चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन से हुए तेल रिसाव के मामले में समिति रिपोर्ट में दी गई गलत जानकारी: रिपोर्ट
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
दूषित होती बाण गंगा, एनजीटी ने अधिकारियों को आवश्यक उपाय करने का दिया निर्देश
इस मामले में एसपीसीबी द्वारा दर्ज कार्रवाई रिपोर्ट में नियमों के उल्लंघन की बात स्वीकार की गई है। पाया गया कि बाण गंगा में ...
पानी से जहरीले क्रोमियम को अलग करने वाला स्पंज बनाया
क्रोमियम से डीएनए को भारी नुकसान पहुंचता है और यह कैंसर के ट्यूमर का निर्माण करता है
वैज्ञानिकों ने खोजी दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी हरे एनाकोंडा की नई प्रजाति
हरे एनाकोंडा की सबसे बड़ी मादाएं सात मीटर से अधिक लंबी हो सकती हैं और उनका वजन 250 किलोग्राम से अधिक हो सकता है
कितनी बड़ी समस्या बन गया है भारत में समुद्र में बढ़ता प्लास्टिक कचरा
भारत की प्रमुख नदियों एवं सहायक नदियों के द्वारा लगभग 15 से 20 प्रतिशत प्लास्टिक अपशिष्ट को बहाकर समुद्र तक लाया जाता है
संसद में आज:38 फीसदी कुओं के भूजल स्तर में आई गिरावट, 62 फीसदी कुओं के जल स्तर में हुई वृद्धि
पर्यावरण से संबंधित अपराधों के लिए दर्ज मामलों की संख्या 2019 में 34,676 से बढ़कर 2020 में 61,767 हो गई है।
ओपन-सोर्स स्मार्टफोन एप्लिकेशन से कर सकेंगे नदियों, नालों की निगरानी
ड्राईरिवर ऐप नदियों, नालों और इनमें बहने वाले पानी और सूखे की स्थितियों का दस्तावेजीकरण करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
पीने लायक नहीं देहरादून का पानी: रिपोर्ट
देहरादून में लिए गए पानी के नमूनों में से 84.8 प्रतिशत में बेक्टीरिया पाए गए, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होते हैं