अतीत के जंगल को समझने और जानने की अहम कड़ी हैं हिममानव
60 वर्षों से हिममानव यानी येति की खोज करने वाले एक घुमंतू लेखक डेनियल सी टेलर का डाउन टू अर्थ को दिया गया साक्षात्कार।
15 साल में धरती का 35,204 वर्ग किमी वन क्षेत्र कम हुआ
रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती आबादी के दबाव और गरीबी के कारण भूमि क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहे हैं
वैज्ञानिकों ने बनाई ‘पेपर चिप्स’, जंगल में आग के फैलने से पहले देगी चेतावनी
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई पेपर आधारित चिप बनाई है, जो जंगल में आग के फैलने से पहले ही उसकी चेतावनी जारी कर देगी| ...
“फिल्म और एक्टिविज्म एक दूसरे से अलग नहीं”
“द अग्ली साइड ऑफ ब्यूटी” के लिए जापान सरकार से पुरस्कृत झारखंड के रहने वाले डॉक्यूमेंटरी फिल्ममेकर दीपक बाड़ा से खास बातचीत -
जंगलों के लिए फायदेमंद है पेड़ों की प्रजातियां और उनमें मौजूद आनुवांशिक विविधता
वनों के स्वास्थ्य और उत्पादकता के लिए वनीकरण से जुड़ी परियोजनाओं में पेड़ों की अलग-अलग प्रजातियां के साथ उनमें मौजूद आनुवंशिक विविधता बहुत मायने ...
पिछले 6 दशकों के दौरान भूमि उपयोग में आए बदलावों से 32 फीसदी जमीन हुई है प्रभावित
1960 से 2019 के बीच 4.3 करोड़ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के भूमि उपयोग में बदलाव किया गया है| इसी का परिणाम है कि वन ...
पौधों की 59 फीसदी बीमारियों को रोक सकती हैं चींटियां, शोध में खुलासा
चींटियों की वजह से सेब के दो रोगों पर काबू किया गया, अब नए अध्ययन पता चला है कि चींटियां 14 तरह के पौधों ...
वन भूमि की परिभाषा और राज्यों के अधिकारों पर सतह पर आया विमर्श
डी-नोटिफाइड जमीन पर छत्तीसगढ़ और भारत सरकार फिर आमने -सामने है
बैठे ठाले: एक लोक कथा
“राजा नकटा है और दुष्ट सौदागर के साथ जंगल को काटने वाला है”
सुलगता खतरा
नाइजीरिया चारकोल की मांग पूरी करने के लिए ऊष्णकटिबंधीय वन तेजी से खोता जा रहा है। इस सस्ते ईंधन ने देश की जैव विविधता ...
न कोरोना का भय, न लॉकडाउन का असर, यहां नहीं थमी जिंदगी
झारखंड की अनुसूचित जनजाति की 80 फीसदी आबादी जंगलों में रहती है और इनकी जिंदगी में अभी कोई बदलाव नहीं आया है
कैग ने पकड़ी राजस्थान के वन एवं पर्यावरण विभाग की खामियां
वन्यजीव एवं पर्यावरण संबंधी अपराधों में राजस्थान का नंबर दूसरा है, बावजूद इसके सरकार गंभीर नहीं है
डीएमएफ: केवल 34 प्रतिशत पैसा ही खर्च कर पाए राज्य
खनन की वजह से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए सरकारें खनन कंपनियों से पैसा तो वसूल रही हैं, लेकिन विस्थापितों पर खर्च नहीं ...
देश में चल रहे हैं 703 जमीनी विवाद, 65 लाख लोग प्रभावित: रिपोर्ट
लैंड कंफ्लिक्ट वाच की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य सरकारों ने जब से लैंड बैंक बनाना शुरू किया है, तब से ...
रिहाइशी इलाके में पहुंचा बाघ, वन विभाग की चिंता कुछ और ही
छत्तीसगढ़ के वन अधिकारी इस बात से परेशान हैं कि अगर लोगों ने बाघ को मार दिया तो राज्य में बाघों की संख्या कम ...
भोपाल के बीचोबीच बचे प्राकृतिक जंगल को खतरा, विरोध के स्वर तेज
भोपाल में विधानसभा भवन के ठीक पीछे प्रस्तावित विधायक आवास की वजह से सैकड़ों पेड़ कटेंगे। शहर के पर्यावरणप्रेमी इस फैसले का विरोध कर ...
इंसानों के कारण व्यवहार बदल रहे हैं चिम्पांजी
आबादी घटने के साथ ही चिम्पांजी का व्यवहार परिवर्तित हो रहा है। इंसान ही चिम्पांजी के सांस्कृतिक पतन के मूल में हैं
कैसे हो एशियाई देशों में खराब भूमि और जंगलों की बहाली?
अध्ययन के मुताबिक 4.75 करोड़ हेक्टेयर भूमि के पुनर्स्थापन लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगभग 15,700 करोड़ बीजों की आवश्यकता पड़ेगी।
आवरण कथा: क्या गायब हो गए हैं 2.59 करोड़ हेक्टेयर में फैले जंगल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के सर्वेक्षण का विश्लेषण से करने से पता चला है कि भारत से लगभग उत्तर प्रदेश के आकार का वन ...
जंगल की आग की बढ़ती घटनाओं से अधिक खतरनाक हो सकते हैं तूफान: शोध
शोधकर्ताओं ने विभिन्न पौधों की सामग्री को एकत्र किया, फिर उन्हें जलाया और उसके बाद धुएं में उत्सर्जित कणों का विश्लेषण किया।
जग बीती: पेड़ लगाने के फायदे!
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021: तापमान के साथ ही बढ़ी जंगलों में आग लगने की घटनाएं
पिछले 30 सालों में 42 करोड़ हेक्टेयर में फैले वनों को काट दिया गया है
वृक्ष संरक्षण या कटाई अधिनियमों के लिए केंद्रीकृत दिशानिर्देशों की आवश्यकता नहीं: पर्यावरण मंत्रालय
मंत्रालय का कहना है कि प्रत्येक राज्य के पास अपनी विशिष्ट परिस्थितियों के आधार पर इसके लिए पहले ही नियम-कानून हैं।
जंगल के सवाल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार द स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2017 उपग्रह से प्राप्त चित्रों से निर्मित है। इससे पता चलता है कि ...
वजूद पर सवाल
निगम की कार्यप्रणाली ने जंगल और वनवासियों के बीच दीवार खड़ी कर दी है। इससे दोनों के बीच लगातार संघर्ष तेज होते जा रहे ...