पालन-पोषण में न हो हेराफेरी तो चिड़ियाघर में रह रहे मांसाहारी जीवों का बदल सकता है व्यवहार
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि जब जानवरों को अतिरिक्त सेवाएं दी गई, तो सक्रिय रहने में बिताया गया उनका समय एक चौथाई से लेकर उनके ...
मानसून सत्र: जानिए पर्यावरण से जुड़े कौन-कौन से विधेयक संसद के इस सत्र में हो सकते हैं पेश
संसद के इस सत्र में पेश होने वाला भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, अंटार्कटिक में पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में गतिविधियों को ...
जानिए क्यों एक स्थानीय समुदाय के नाम पर किया गया मेंढक की एक नई प्रजाति का नामकरण
मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम घाना के एक स्थानीय समुदाय सगीमासे के सम्मान में कॉनरौआ सगीमासे रखा गया है, जो लम्बे समय ...
आर्थिक असमानता के कारण दुनिया में फल-फूल रहा है वन्यजीव व्यापार
1998 से 2018 के बीच 42.1 करोड़ से ज्यादा संकटग्रस्त वन्यजीवों का अंतराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार किया गया था।
वन्यजीवों के व्यापार से उनकी आबादी में आई औसतन 62 फीसदी की गिरावट
अंतराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 10 करोड़ पौधों और जानवरों की तस्करी की जाती है| वन्यजीवों का यह व्यापार हर साल तकरीबन 145,418 करोड़ ...
जानवरों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर करती हैं इंसानी गतिविधियां
39 सालों में 167 पशु प्रजातियों पर 208 अलग-अलग अध्ययनों का संकलन और विश्लेषण करने के बाद रिपोर्ट जारी की गई है
कहां लुप्त हो गई मधुमक्खियों की 25 फीसदी प्रजातियां, 1990 के बाद से नहीं आई सामने
हाल ही में जर्नल वन अर्थ में छपे एक शोध से पता चला है कि 1990 से 2015 के बीच मधुमक्खियों की करीब एक ...
अपने ही गढ़ में क्यों ढेर हुए शेर
गुजरात के गीर राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभ्यारण्य में शेरों की मौत क्या वन विभाग की अनदेखी का नतीजा थी?
मानव-वन्यजीव संघर्ष पर किस तरह लग सकती है लगाम, कौन से जानवर होते हैं सबसे सक्रिय: अध्ययन
अध्ययन के निष्कर्ष वन्यजीवों पर लोगों के शोरगुल के हानिकारक प्रभावों को कम करने के उपायों के महत्व को उजागर करते हैं
अनिश्चितता से घिरा 500 से अधिक पशु प्रजातियों का अस्तित्व: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने आईयूसीएन की रेड लिस्ट से 32,802 प्रजातियों की जानकारी की समीक्षा की है। इनमें से 562 प्रजातियों की पहचान गायब होने के ...
पिछले 10 वर्षों में भारतीय हवाई अड्डों से की गई 70 हजार से ज्यादा देशी-विदेशी जंगली जीवों की तस्करी
जब्त किए गए कुल जीवों में करीब 46 फीसदी सरीसृप थे। वहीं स्तनधारी जीवों की संख्या 18 फीसदी, और समुद्री जीवों का आंकड़ा करीब ...
खेती पर बढ़ते दबाव से जीवों की 20 हजार प्रजातियां हो सकती हैं प्रभावित
शोध में अनुमान लगाया कि बढ़ती वैश्विक आबादी को खिलाने के लिए कृषि में विस्तार करने से स्तनधारियों, पक्षियों और उभयचरों की लगभग 20 ...
अवैध शिकार के कारण कई बड़े स्तनधारी जीवों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
दुनिया के अन्य हिस्सों की तुलना में एशिया और अफ्रीका में कहीं ज्यादा तेजी से इन जीवों का शिकार किया जा रहा है
क्या गिद्धों की संख्या बढ़ाने में मददगार साबित होगा गोरखपुर का गिद्ध केंद्र?
उत्तर प्रदेश में 1990 की तुलना में इस क्षेत्र में केवल 5 प्रतिशत गिद्ध रह गए हैं
अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस 2023: दुनिया भर में कम हो रही है हिम तेंदुओं की आबादी
हिम तेंदुआ दहाड़ने के बजाय, मुंह बंद करके म्याऊ करते हैं, चिल्लाते हैं या नाक से फूंक मारते हैं, वे एक रात में 25 ...
वन्यजीवों की रक्षा और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए नेपाल सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला
याचिका में कहा गया था कि देश के शक्तिशाली और संभ्रांत वर्ग के बीच बाघ की खाल जैसे संरक्षित वन्यजीव वस्तुओं के अवैध स्वामित्व ...
क्षमता से अधिक चीतों को छोड़ा जा रहा है कूनो नेशनल पार्क में, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
चीता रिसर्च प्रोजेक्ट के वैज्ञानिकों ने कहा कि साल 2022 में नामीबिया से लाए गए चीते, जिनमें तीन नर भी शामिल थे, इनके चलते ...
नियमित तरीके से संरक्षित क्षेत्रों को छोड़ रहे हैं लुप्तप्राय हाथी: अध्ययन
संरक्षित क्षेत्रों में रहने वाले 44 फीसदी हाथी भोजन की तलाश के लिए और 45 फीसदी भोजन और साथी दोनों की चाह के लिए ...
खोज: गैलापागोस में मिली नई और बहुत बड़ी कछुए की प्रजाति
20वीं सदी के खोजकर्ता गैलापागोस द्वीप के उत्तर-पूर्व के निचले इलाकों में कभी नहीं पहुंचे, जहां आज ये जानवर रहते हैं, जिसके चलते यहां ...
क्या जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार हो सकता है बड़े जीवों का संरक्षण
पिछले एक लाख वर्षों में कुल स्तनपायी जंगली जीवों के कुल बायोमास में करीब छह गुना कमी आई है जो 4,000 करोड़ किलोग्राम से घटकर 700 करोड़ किलोग्राम ...
अभी भी अस्तित्व में है 112 साल पहले विलुप्त हो चुका गैलापागोस का विशालकाय कछुआ
2019 के दौरान मिली यह मादा वास्तव में कछुओं की चेलोनोइडिस फैंटास्टिकस प्रजाति का ही हिस्सा है, जिन्हें फर्नांडीना विशाल कछुओं के रूप में जाना जाता ...
मानव निर्मित सीमाओं और जलवायु परिवर्तन ने बढ़ाया वन्यजीवों को खतरा
शोधकर्ताओं ने 32,000 किमी की सीमाओं की पहचान की, जिनमें बाड़ और दीवारें लगाई गई हैं, जो जानवरों की बड़ी संख्या को अधिक उपयुक्त ...
खेती, शिकार, जलवायु परिवर्तन, वनविनाश के कारण खतरे में पड़ी सरीसृपों की 21 फीसदी प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक भारत, उपसहारा अफ्रीका और चीन के कुछ हिस्सों में सरीसृपों का होता शिकार उनके लिए सबसे बड़ा खतरा है
अफ्रीका के प्रिंसिपे द्वीप के वर्षावनों में खोजी गई उल्लू की नई प्रजाति
यह प्रिंसिपे के लिए स्थानीय पक्षी की आठवीं ज्ञात प्रजाति है, जो केवल 139 वर्ग किलोमीटर के इस द्वीप में फैली है
कैसे बचेगी जैवविविधता, जब एक रेंजर पर है 72 वर्ग किलोमीटर की जिम्मेवारी
वैश्विक स्तर पर संरक्षित क्षेत्रों की देखरेख करने के लिए कुल 555,436 कर्मी हैं, जिनमें 285,794 रेंजर भी शामिल हैं