सुप्रीम कोर्ट ने सिलचर हवाईअड्डा परियोजना पर लगाई रोक, एनजीटी के फैसले पर भी उठाए सवाल
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने असम के सिलचर में एक नया वाणिज्यिक हवाई अड्डा बनाने का निर्णय लिया था
जलवायु परिवर्तन और बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ते जुगनू, खतरे में टिमटिमाते जीवों का अस्तित्व
जहां अत्यधिक शुष्क परिस्थितियां जुगनू के लार्वा के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा कर रहा है। वहीं नम मौसम प्रजनन क्षेत्र में बाढ़ की ...
डाउन टू अर्थ खास: प्रतिबंध के बावजूद नहीं थम रहा है प्रवासी पक्षियों का शिकार
प्रवासी पक्षियों का शिकार करने पर साल 1972 से ही पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद कश्मीर घाटी के वेटलैंड्स (आर्द्रभूमि) में इन पक्षियों ...
जंगलों को महज कार्बन सिंक में बदलना जोखिम भरा, रिपोर्ट ने किया आगाह: आईयूएफआरओ
जंगलों की भूमिका को महज कार्बन जमा करने या कार्बन सिंक तक सीमित कर दिया गया है, जिससे पारिस्थितिकी और सामाजिक कल्याण से संबंधित ...
गधे कब और कैसे गधे बने, जानें एक रोचक इतिहास
विश्व गधा दिवस : मिस्र के एक शाही कब्रिस्तान में मिले थे पांच हजार साल पहले गधों से ढुलाई के प्रमाण
बिहार: समुदाय ने बनाया मोर गांव, सरकारी उदासीनता ने किया बंटाधार
आरण और माधोपुर गांव में स्थानीय लोगों की कोशिशों के चलते ही मोर गांव बने, लेकिन सरकार अपनी भागीदारी नहीं निभा पाई
असम के चारदुआर रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माणों के लिए कौन है जिम्मेवार, तय करें जिम्मेवारी: एनजीटी
ट्रिब्यूनल ने उन अधिकारियों की पहचान करने को भी कहा है, जिन्होंने कानून को ताक पर रख आरक्षित वन क्षेत्र के भीतर इस तरह ...
चिपको आंदोलन: आधी सदी के बाद किस हाल में हैं गौरा देवी की सहेलियां?
जंगल बचाने के लिए पेड़ों से चिपकने वाली गौरा देवी के साथ गई कुछ महिलाएं अभी भी गांव में हैं, जंगल के प्रति उनका ...
क्लास की खिड़की से पक्षी देखने से सुधर सकता है छात्रों का मानसिक स्वास्थ्य
अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के इच्छुक कॉलेज के छात्रों के लिए, एक संभावित उत्तर उनकी खिड़की के ठीक बाहर पक्षियों को देखना ...
हमारे पुरखों की तरह ही पौधों के औषधीय गुणों से वाकिफ हैं जानवर, घावों पर मरहम लगाते पाया गया ओरांगुटान
'राकुस' नामक इस ओरांगुटान ने जिस पौधे का उपयोग अपने घावों पर किया था, वो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसका ...
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता की चुनौतियों पर बात हो
वर्तमान साल 2024 की थीम "वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व" है
झारखंडः लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के कौन से मुद्दे, कितना असरदार?
अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे आदिवासी इस बात से नाराज हैं कि लोकसभा चुनाव में उनके मुद्दे मुखर नहीं हो पा रहे ...
बिचौलियों से बचने के लिए आदिवासियों ने अपनाया 'अपना रास्ता'
जंगलों से केंदु पत्ता इकट्ठा कर गुजर बसर करने वाले आदिवासियों ने मिलकर अपना एक समूह बनाया, जिसमें 100 से अधिक ग्रामसभाएं शामिल हैं
पर्यावरण नियमों का उल्लंघन है कमांडो बटालियन मुख्यालय के लिए संरक्षित वन क्षेत्र से छेड़छाड़ : एनजीटी
बराक घाटी में कमांडो बटालियन मुख्यालय के निर्माण के लिए 44 हेक्टेयर संरक्षित वन भूमि का डायवर्जन किया गया है, जो पर्यावरण संबंधी नियमों ...
भारत के संरक्षित क्षेत्रों में भी जहरीली दवाओं से सुरक्षित नहीं गिद्ध, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नया अध्ययन इस दावे का खंडन करता है जंगली गिद्ध दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनैक से सुरक्षित हैं
फल खाने वाले पक्षियों के बिना कार्बन जमा करने में आएगी 38 फीसदी की कमी : अध्ययन
अध्ययन के आंकड़ों से पता चलता है कि कम घने जंगल पक्षियों की आवाजाही को सिमित करते हैं, जिससे कार्बन रिकवरी की संभावना 38 ...
उत्तराखंड: अप्रैल में जंगल में आग की घटनाएं बढ़ने की वजह लोकसभा चुनाव तो नहीं?
चुनाव में वन कर्मचारियों की तैनाती को भी जंगल में आग की घटनाएं बढ़ने का कारण बताया जा रहा है
कीटनाशक व वायरसों की वजह से बढ़ रही हैं मधुमक्खियों की बीमारियां, वैज्ञानिकों ने चेताया
शोध टीम ने पाया कि मधुमक्खियां खेतों में एक बार में औसतन 23 तनावों से जूझ रही थीं, जो मिलकर उनमें 307 आंतरिक क्रियाएं ...
एनजीटी ने सभी राज्यों से मांगा उनके वन क्षेत्र पर हुए अतिक्रमण का लेखा-जोखा
असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर में अतिक्रमण के कारण वन क्षेत्र 56 फीसदी तक गिर गया है
गुजरात में 4.7 करोड़ साल पुराने विशालकाय सांप का मिला जीवाश्म, क्या हो सकता है दुनिया का सबसे बड़ा सांप?
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि वासुकी इंडिकस की लंबाई 10.9 से 15.2 मीटर के बीच हो सकती है
भाग एक: महुआ की जुबानी, महुआ की कहानी..!
महुआ की पहली यात्रा और महुआ (दैवीय वृक्ष) से मिलने की यह कहानी, महुआ की जुबानी...
डाउन टू अर्थ खास: क्यों जमीन छिनने के डर से चिंतित हैं राजस्थान के लोग?
गांवों के लोग पारंपरिक चारागाहों की जमीन को डीम्ड फॉरेस्ट घोषित करने का विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं ...
भूस्खलन के खतरे तथा कटाव को नियंत्रित करने के लिए देशी पेड़ लगाएं: शोधकर्ता
शोध के अनुसार, स्टील की जाली या स्प्रेड कंक्रीट जैसे कृत्रिम तरीकों की तुलना में पौधे ढलान की मजबूती के लिए एक स्थायी, प्राकृतिक ...
डाउन टू अर्थ खास: क्या अपने जंगलों की पहचान की चुनौतियों से जूझ रहा है भारत?
सुप्रीम कोर्ट ने 1996 में फैसला दिया था कि कोई भी क्षेत्र जो शब्दकोष के मुताबिक जंगल की परिभाषा पर खरा उतरता हो, उसे ...
टाइगर हिल पर निर्माण से पर्यावरण को पहुंच रहा नुकसान, कोर्ट ने अधिकारियों से मांगा जवाब
आरोप है कि टाइगर हिल के सबसे ऊपरी हिस्से को पूरी तरह कंक्रीट और स्टील के ढांचे से ढंक दिया गया है