जूनोटिक बीमारियां: पर्यावरण के साथ हमारा व्यवहार और बीमारियों का प्रसार
स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रशांत एनपी का कहना है कि वनों की कटाई के के साथ ही वनों और वन्यजीवों के साथ हमारा अनुचित व्यवहार बीमारियों ...
देश में 5 लाख से ज्यादा पशु चिकित्सकों की कमी के बीच लगातार बढ़ रहा एएमआर और जूनोटिक डिजीज का खतरा
देश में पशु चिकित्सकों की बड़ी कमी के बीच पशुओं से इंसानों में पहुंचने वाले रोगों की तादाद न सिर्फ बढ़ रही है बल्कि ...
मंकीपॉक्स, स्मॉलपॉक्स और चिकनपॉक्स तीनों के बीच क्या अंतर और समानताएं हैं, यहां जानें
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1980 में स्मॉलपॉक्स को पूरी तरह से समाप्त करने की घोषणा की, 1977 के बाद से स्मॉलपॉक्स का कोई मामला ...
खराब वैक्सीन से पशुपालकों की आय को बड़ा झटका, मुआवजे की नीति नहीं
ऐसे किसान जो पशुपालन से अपनी आजीविका चलाते हैं और पारंपरिक तौर पर उसी पर निर्भर हैं, वे अपने जानवरों को तमाम रोगों के ...
कोविड-19 के बीच जीका वायरस का खतरा बढ़ा
केरल में एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला में जीका वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है।
संसद में आज: एक जुलाई 2023 तक 11,095 निजी वाहनों को स्क्रैप किया गया
पिछले पांच वर्षों के दौरान सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत 1782 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया
हिमाचल में भी लम्पी स्किन बीमारी का कहर, दो सप्ताह में 1 हजार मामले
लम्पी स्किन बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा साझा करने वाले सिरमौर, सोलन और उना जिला है।
क्या जूनोटिक रोगों का हॉटस्पॉट बन सकता है भारत?
अध्ययन में कहा गया है कि कम से कम 10 हजार वायरस प्रजातियों के लोगों को संक्रमित करने के आसार हैं
अनिल अग्रवाल डायलॉग: जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ रही हैं जूनोटिक बीमारियां
मनुष्यों में 60 फीसदी से अधिक संक्रामक रोगों के लिए जंगली जीव जिम्मेवार हैं और इनसे हर साल 30 लाख लोगों जान चली जाती ...
दुनिया के 20 फीसदी मवेशियों में है बैक्टीरिया कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी, इंसानों के लिए है खतरा
धरती पर करीब 150 करोड़ मवेशी हैं। जिनमें से 20 फीसदी (30 करोड़) मवेशियों में यह बैक्टीरिया कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी है। जोकि बड़ी संख्या में ...
भारत में अनुमान से कहीं ज्यादा जानवरों से इंसानों में फैल रहा है टीबी
भारत में मवेशियों की आबादी 30 करोड़ से भी ज्यादा है| 2017 के आंकड़ों के अनुसार इनमें से करीब 2.2 करोड़ मवेशी टीबी से ...
मंकीपॉक्स की जांच के लिए भारत की पहली स्वदेशी किट लांच, अब तक 10 मामलों की पुष्टि
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह ट्रांसएशिया-एरबा मंकीपॉक्स आरटी पीसीआर किट बेहद संवेदनशील, लेकिन इस्तेमाल करने में आसान है
एशिया में हैं चमगादड़ की कई अज्ञात प्रजातियां, इनमें नए वायरसों के पाए जाने की आशंका
अध्ययन से पता चलता है कि इस क्षेत्र में लगभग 40 फीसदी हॉर्सशू चमगादड़ों का वर्णन किया जाना बाकी है
इकोसिस्टम में आ रही गिरावट का परिणाम हैं बढ़ती महामारियां: शोध
हम इंसानों द्वारा पर्यावरण का जिस तरह से विनाश किया जा रहा है, वो महामारियों के खतरे को और बढ़ा रहा है| साथ ही ...
जूनोटिक स्पिलओवर: पहला और आखिरी नहीं है नोवल कोरोनावायरस
हमें पर्यावरण के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने के लिए समग्र दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करना होगा, जो हमें कृषि स्थिरता की ओर ले ...
इंसानी बस्तियों और प्रकृति से मिलने वाले क्षेत्रों के मानचित्रण के लिए बनाया पहला उपकरण
यह उपकरण, जंगल की आग, जूनोटिक रोगों के फैलने और पारिस्थितिकी तंत्र जैव विविधता के नुकसान जैसे पर्यावरणीय संघर्षों में सुधार कर सकता है
नई-नई महामारियों को रोकने की चाबी है जैव विविधता का संरक्षण: अध्ययन
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने प्राकृतिक क्षेत्रों को संरक्षित करके और जैव विविधता को बढ़ावा देकर अगली महामारी को कैसे रोका जाए, इसके ...
इम्युनिटी डेब्ट क्या है, और यह क्यों बढ़ा रहा है स्वाइन फ्लू के केस
दिल्ली में इसकी वजह से अगस्त में स्वाइन फ्लू के 15 मरीज थे जबकि महाराष्ट्र में इस साल यह 1500 केसों और 43 मौतों ...
जंगलों के कटने और जलवायु परिवर्तन की वजह से फैल रही है जूनोटिक बीमारियां
अध्ययन में से पता चलता है कि उष्णकटिबंधीय इलाकों में जानवरों से लोगों में रोग फैलने की सबसे अधिक आशंका है।
बर्ड फ्लू कैसे फैलता है, क्या यह इंसानों के लिए खतरनाक है?
अध्ययन के मुताबिक बर्ड फ्लू की यह वंशावली 1996 के आसपास उत्पन्न हुई थी और पहली बार यह चीन में एक घरेलू बत्तख में ...
बंदरों और सुअरों की बढ़ती आबादी से लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ा: अध्ययन
ताड़ के तेल के लिए जंगलों को काटकर, ताड़ की खेती की जा रही है, अध्ययन के मुताबिक, इनके पास के जंगलों में जंगली ...
बंदरों से लोगों में, लोगों से बंदरों में फैल रहे हैं रोग, वैज्ञानिकों ने किया आगाह
शोधकर्ताओं की टीम ने उत्तर भारत, मलेशिया और दक्षिण भारत में रीसस मैकाक, लंबी पूंछ वाले मैकाक और बोनट मैकाक के व्यवहार की निगरानी ...
केरल में निपाह वायरस से दो की मौत, स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने की पुष्टि
राज्य सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए 12 सितंबर को कोझिकोड में एक नियंत्रण केंद्र स्थापित किया है। इससे पहले 11 सितंबर ...
बदलती जलवायु अमेजन में जानलेवा जूनोटिक बीमारी पीई के प्रसार को कर रही है प्रभावित
पॉलीसिस्टिक इचिनोकोकोसिस (पीई) एक जानलेवा बीमारी है, जो आंतों में पाए जाने वाले परजीवी 'इचिनोकोकस वोगेली' के कारण होती है
क्या है निपाह वायरस, कैसे बचे इसके प्रकोप से, आइए जानते हैं
निपाह वायरस पहली बार 1999 में मलेशिया के सुअर पालने वाले किसानों में इसके प्रकोप की पहचान की गई थी।