सूखे की मार के बीच अब जमीन छिनने का डर
बैंक का कर्ज न चुका पाने पर बुंदेलखंड के किसानों की जमीन नीलाम हो रही है
मनरेगा से बने चेकडैम से 10 गुणा तक बढ़ी ग्रामीणों की आमदनी
उत्तरप्रदेश के जालौन जिले के गांव हिम्मतपुरा और मीगनी गांव का डाउन टू अर्थ ने दौरा किया
खत्म होने के कगार पर पान की विरासत
पिछले दो दशकों से पान की यह संस्कृति भी सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। जलवायु परिवर्तन के दौर में उसके अस्तित्व पर ...
Drought causes Bundelkhand’s farmers to turn defaulters
In Uttar Pradesh’s portion of the Bundelkhand region, farmers’ lands are being auctioned due to their inability to pay loans
कबरई में पत्थर उद्योग से घर-घर बीमार, हर घर शिकार
बुंदेलखंड क्षेत्र के महोबा जिले में स्थित कबरई और उसके आसपास का इलाका पत्थर खनन और धूल उगलती क्रेशरों की भारी कीमत चुका रहा ...
कमल के पत्तों पर भोजन परोसने की परंपरा बनाम प्लास्टिक
शादियों में भोजन कराने के लिए कमल के पत्तों का इस्तेमाल होता था। पूड़ियां और सूखी सब्जी कमल के पत्तों पर परोसी जाती थी ...
खरीफ सीजन में बुंदेलखंड के एक गांव को 11 करोड़ का नुकसान, कैसे होगी किसान की आमदनी दोगुनी
बांदा जिले के बसहरी गांव में 100 फीसदी किसानों ने बोई थी तिल, पूरी फसल हुई नष्ट, 7.5 करोड़ रुपए की लागत डूबी, फसल ...
गंभीर सूखे की चपेट में बुंदेलखंड
जानकार बताते हैं कि 15 जुलाई तक बारिश न होना बेहद असामान्य, यह गंभीर सूखे का संकेत, 2002 में हुआ था ऐसा
बुंदेलखंड के युवा किसान ने दिखाया खेती से 15 लाख रुपए कमाने का रास्ता
आकाश ने मल्टीलेयर खेती की नई पद्धति विकसित की है। इस पद्धति के तहत वह चार नकदी फसलों की खेती एक साथ करते हैं।
Loss of a legacy: Mahoba’s Desawari variety betel leaf could disappear in three to four years; here is why
Extreme weather events, rising input costs have made betel leaf cultivation unviable in Mahoba, nearly destroying its unique Desawari variety …
मिलिए बगिया वाले बाबा से, जिन्होंने लगाए 3.5 लाख से ज्यादा पेड़
पेड़ लगाने के जुनून के कारण कभी पागल करार दिए गए माताप्रसाद अब तक 250 बगिया तैयार करवा चुके हैं
सामान्य बारिश के बाद भी जालौन और हमीरपुर में क्यों आई भीषण बाढ़?
बुंदेलखंड के इन दोनों जिलों में आई बाढ़ बांधों से छोड़े गए पानी का नतीजा है
Security ring: How MGNREGA rejuvenated tanks of a Tikamgarh village
A network of 55 tanks that get filled up one after the other when it rains, has cured this village of droughts
Parched no more: MGNREGA enables multi-cropping in Bundelkhand’s Himmatpura
A check dam has allowed a village in Madhya Pradesh’s Jalaun district to grow crops in two cycles