भारत में प्रति व्यक्ति सालाना हो रहा है औसतन 55 किलोग्राम भोजन बर्बाद: संयुक्त राष्ट्र
भारत में जहां एक तरफ हर साल 7.8 करोड़ टन से ज्यादा भोजन बर्बाद हो रहा है। वहीं दूसरी ओर देश में 23.4 करोड़ ...
हर दिन बर्बाद हो रहा 100 करोड़ थालियों के बराबर खाना, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में खुलासा
दुनिया का हर इंसान सालाना औसतन 79 किलोग्राम भोजन की बर्बादी के लिए जिम्मेवार है, जिससे हर भूखे व्यक्ति को रोजाना 1.3 खुराक मिल ...
प्लास्टिक में पहचाने गए 16,000 से अधिक केमिकल्स, संयुक्त राष्ट्र के अनुमान से 3,000 हैं अधिक
वैज्ञानिको ने प्लास्टिक में 16,325 केमिकल्स के होने की पुष्टि की है। इनमें से 26 फीसदी केमिकल इंसानी स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए ...
पर्यावरण रक्षकों के लिए तीसरी सबसे खतरनाक जगह है भारत
2018 में अपनी जमीन और पर्यावरण को बचाने की जद्दोजेहद में 23 लोगों ने गवाई थी अपनी जान
मीठा जहर: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से की चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर टैक्स बढ़ाने की मांग
कई देश आज भी स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक इन चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर कर लगाने से बच रहे हैं, जबकि कई ...
भारत में रोगाणुरोधी प्रतिरोध को नियंत्रित करने का सीएसई ने सुझाया रास्ता, बताया मूक महामारी
सीएसई रिपोर्ट के मुताबिक एएमआर एक 'मूक महामारी' है जो इंसानों और मवेशियों के स्वास्थ्य के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा और विकास को भी गंभीर ...
स्वास्थ्य संकट: सालाना 55 लाख से ज्यादा जिंदगियां निगल रहा लेड, बच्चों के दिमाग को भी बना रहा है कमजोर
दुनिया के लिए लेड यानी सीसा कितना बड़ा खतरा बन चुका है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह हर साल ...
दुनिया में महज 50 फीसदी युवा ही समझते हैं सही मायनों में जलवायु परिवर्तन का अर्थ, शिक्षा पर देना होगा ध्यान
दुनिया के अधिकांश बच्चों और युवाओं का कहना है कि उन्होंने जलवायु परिवर्तन के बारे में सुना है, लेकिन सही मायनों में इसका क्या ...
भारत में हर साल करीब 22 लाख जिंदगियां छीन रहा है हवा में घुला जहर: बीएमजे रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि खुली हवा में मौजूद प्रदूषण हर साल 83 लाख से ज्यादा जिंदगियों को निगल रहा है, जिसके 61 ...
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा भारत, सीसीपीआई 2024 में केवल तीन देशों से है पीछे
इस साल जारी जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2024 में भारत को सातवें पायदान पर रखा गया है, हालांकि पहले तीन स्थानों के लिए उपयुक्त ...
2023 में 34 फीसदी तक ज्यादा प्रदूषित रहे दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के महीने: सीएसई
सीएसई के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में पीएम 2.5 के स्तर में गिरावट का जो सिलसिला 2015-17 में शुरू हुआ था वो 2023 की सर्दियों में ...
कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो दिया गया ध्यान, लेकिन इक्विटी को कर दिया नजरअंदाज: सीएसई
सीएसई का कहना है कि कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो ध्यान दिया गया, लेकिन इक्विटी के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज ...
सीएसई ने 20 स्कूलों को 'ग्रीन स्कूल अवार्ड' से किया सम्मानित, पंजाब ने जीता सर्वश्रेष्ठ राज्य का खिताब
इसके साथ ही सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) ने देश के 199 स्कूलों को 'ग्रीन स्कूल' के रूप में प्रमाणित किया है।
सावधान! एनर्जी ड्रिंक से उड़ रही छात्रों की नींद, गुणवत्ता पर भी पड़ता असर
रिसर्च से पता चला है कि बेहद थोड़ी मात्रा में भी इन एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन युवाओं की नींद खराब कर सकता है
26 वर्षों में 65 फीसदी की वृद्धि के साथ 380 करोड़ टन पर पहुंच जाएगा सालाना पैदा हो रहा कचरा: संयुक्त राष्ट्र
भारत जैसे देशों में तो बढ़ता कचरा एक बड़ी समस्या बन चुका है, दिल्ली में तो स्थिति यह है कि कचरे के पहाड़ को ...
भारत में हैं 718 हिम तेंदुए, लद्दाख में सबसे ज्यादा 477, उत्तराखंड में 124 की हुई पुष्टि
भारत में 718 हिम तेंदुओं के पाए जाने की पुष्टि हुई है। देश में सबसे ज्यादा 58 फीसदी हिम तेंदुए लद्दाख में हैं, जहां ...
एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस : एंटीबायोटिक दवाएं हो रही बेअसर, मामूली संक्रमण भी हों जाएंगे लाइलाज
रोगाणुरोधी प्रतिरोध एक ऐसा अनदेखा खतरा है जो हर साल 50 लाख जिंदगियां लील रहा है। इसके बावजूद लोगों को इसके बारे में बहुत ...
14 फीसदी वयस्क और 12 फीसदी बच्चे बन चुके हैं अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स की लत के शिकार
कैंडी, आइसक्रीम, फ्राइज, चिप्स, बर्गर, डिब्बा बंद भोजन आदि को अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फ़ूड कहा जाता है
दिल्ली पर बढ़ता जलवायु संकट, बेमौसम बारिश, बढ़ती नमी के साथ रात में भी नहीं घट रहा तापमान: सीएसई रिपोर्ट
सीएसई ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि जलवायु परिवर्तन ने दिल्ली को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा गर्म और नम बना दिया ...
मीठा जहर: 1990 के बाद से 16 फीसदी बढ़ी चीनी युक्त पेय पदार्थों की खपत
शर्करा युक्त मीठे पेय पदार्थ भले ही स्वाद में कितने अच्छे लगें, लेकिन यह किसी मीठे जहर से कम नहीं। हालांकि स्वास्थ्य पर पड़ते ...
खबरदार! थोड़े समय के लिए भी प्रदूषण के संपर्क से दिल्ली में बढ़ सकती है आपातकालीन मरीजों की संख्या
गुलाबी सर्दियों के साथ दिल्ली ही नहीं देश के कई अन्य शहरों में भी हवा बेहद जहरीली हो चुकी है। दिल्ली के कई हिस्सों ...
ग्रीन प्रोडक्ट्स से नहीं, कम खरीदारी करने से बचेगा पर्यावरण: अध्ययन
एक अध्ययन में कहा गया है कि अपने उपभोग में कमी लाना और अनावश्यक खरीदारी से बचना, ग्रीन प्रोडक्ट्स की खरीदारी की तुलना में ...
प्रकृति से ऊपर नहीं इंसान, स्वयं को प्रकृति के हिस्से के रूप में देखने की है जरूरत
पर्यावरण की बहाली और वन्यजीवों की रक्षा के लिए इंसान को प्रकृति के साथ अपने बिगड़ते रिश्तों को सुधारने की जरूरत है
आज से 17 लाख वर्ष पूर्व अफ्रीका में हुए थी आधुनिक मनुष्य के दिमाग की उत्पत्ति
इंसानी जीन होमो पहली बार लगभग 25 लाख साल पहले अफ्रीका में उभरी थी, हालांकि उनका दिमाग आज के इंसानी दिमाग के आकार का ...
अनुमान से 10 करोड़ वर्ष बाद हुआ था धरती पर ऑक्सीजन का विकास
धरती पर ऑक्सीजन में महत्वपूर्ण वृद्धि लगभग 243 करोड़ साल पहले हुई थी, जिसे ग्रेट ऑक्सिडेशन एपिसोड की शुरुआत कहते हैं