रोजगार की गुत्थी: स्वरोजगार के आंकड़ों से छिपाई जा रही है हकीकत
बेरोजगारी दर में कमी इस बात की तरफ इशारा है कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार तो मिला है। लेकिन क्या वास्तव में ...
(Electoral) promises to keep
Political parties have released ‘promises’ in the run-up to elections in 5 states; Will voters buy them?
Food prices are expected to rise more, and cost may be too heavy to bear for many
Climate crisis may undo last century’s achievement in curbing extreme hunger
East Africa drought: ‘Climate change is making La Niña impact severe’
Climate change is pushing countries like Ethiopia, Kenya and Somalia into a famine as they face their fifth consecutive deficit rainy seasons
जलवायु में आए कई बदलाव अब अपरिवर्तनीय: संयुक्त राष्ट्र महासचिव
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट जारी करने के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आह्वान किया कि इस साल के बाद सभी ...
जलवायु संकट: 628 महीनों में एक भी ठंडा महीना नहीं रहा
यदि किसी का जन्म फरवरी 1986 में हुआ है, तो उसने वास्तव में कभी भी सामान्य तापमान वाले महीने का अनुभव ही नहीं किया
कोविड-19 वैक्सीन पर पीएम का यूटर्न, सुप्रीम कोर्ट के सवाल का जवाब
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश चंद्रचूड़, राव और भट की पीठ पहले ही केंद्र सरकार से टीकाकरण नीति की समीक्षा करने और 13 जून तक ...
2050 तक दिखेंगे महामारी के जख्म
महामारी के कारण दुनिया में कम मानव पूंजी बची है। वह निकट भविष्य में कुशल कार्यबल की आबादी में शामिल होने के लिए ठीक ...
जलवायु परिवर्तन का पहला शिकार हो रहे हैं किसान
अभी जो परिवार खुद के खाने के लिए भोजन उगाते हैं वो सबसे सेहतमंद होते हैं, लेकिन अप्रत्याशित जलवायु जल्द इस प्रवृत्ति को बदल ...
क्या भारतीय किसानों के लिए बेहद डरावना साल साबित होगा 2023
सूखी सर्दी, अल नीनो का आगमन और बिना कमाई के पिछले दो साल के कारण इस साल भारतीय किसानों के लिए भयावह हो सकते ...
हर तीस घंटे में एक अरबपति बना और दस लाख नए गरीब, पर कैसे
ऑक्सफेम की नई वेल्थ जनरेशन रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कमाई के हिसाब से निचले स्तर के 50 फीसदी लोगों में शामिल एक मजदूर को जितना ...
गहरे सदमे में है भारतीय अर्थव्यवस्था
ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदा महामारी का आर्थिक प्रभाव बेहद नुकसानदेय होने वाला है क्योंकि वहां ज्यादातर अनौपचारिक और कम कमाई करने वाली मजदूर रहते ...
केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार: मंत्रियों से इस्तीफे लेने के पीछे का संदेश
महामारी के दौरान मंत्रियों को निकालकर सरकार एक तरह से अपनी नाकामी को स्वीकार रही है
दुनिया में हर दूसरा सबसे गरीब इंसान है एक बच्चा
विश्व बैंक और यूनिसेफ द्वारा जारी नए आंकलन के अनुसार, भारत में करीब 5.2 करोड़ बच्चे अत्यंत गरीबी में जीवन बसर करने को मजबूर ...
किसानों से कैसे अरबों डाॅलर लूट रही है सरकार, संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार की नीतियों ने किसानों के लिए वे सारे रास्ते बंद कर दिए हैं, जिनसे वे ...
लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: लोकल मुद्दों पर जनता का बुलंद फैसला
सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत है वो सरकार बना सकता है, लेकिन उसकी सीटों में आई भारी कमी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है, ...
क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते पलायन को वैश्विक मान्यता मिल पाएगी?
जलवायु परिवर्तन के कारण एक से दूसरे देश में पलायन को सुविधाजनक बनाने के लिए समझौता अभी दूर की राजनीतिक कौड़ी है
मॉनसून 2023: क्या लंबी अवधि के सूखे की भविष्यवाणी कर सकता है भारत?
एक नए डीप लर्निंग मॉडल से पता चला है कि 2027 तक देश के कई महत्वपूर्ण हिस्से सूखे की चपेट में होंगें
बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई
खाद्य मुद्रास्फीति में एक प्रतिशत की वृद्धि एक करोड़ अतिरिक्त लोगों को गरीब बना देती है
मोदी सरकार के लिए पहला सबक, लोकतंत्र में अपनी अंतरात्मा की बजाय जनता की सुनना ज्यादा जरूरी
तीनों विवादित कृषि कानून वापस लेगी केंद्र सरकार, गुरु पर्व पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने किया ऐलान
लाभार्थियों को नया वोट-बैंक बना रही मोदी सरकार
नरेंद्र मोदी लोगों को अधिकार देने की सोच के उलट कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें उपकृत कर सरकार चलाना चाहते हैं
Will India officially be poverty free in 2023?
National Statistical Office rolling out consumption expenditure sample survey; may note impact of central schemes adding to people’s income