वैज्ञानिकों ने जानवरों की इन बीमारियों का कारण खोजा
भारतीय वैज्ञानिकों ने पशुओं में होने वाले खुरपका व मुंहपका रोग के विषाणु के फैलने के लिए जिम्मेदार आनुवांशिक और पारिस्थितिकी कारकों का पता ...
लवणीय भूमि में भी हो सकेगी कद्दू की अच्छी पैदावार
भारतीय कृषि वैज्ञानिकों को कद्दू की अधिक उपज देने वाले संकर पौधे विकसित करने में सफलता मिली है
महिलाओं के अनुकूल कृषि मशीनीकरण की नई पहल
देश के कुल कृषि श्रमिकों में करीब 37 प्रतिशत महिलाएं हैं लेकिन, खेतीबाड़ी में उपयोग होने वाले ज्यादातर औजार, उपकरण और मशीनें पुरुषों के ...
मल्चिंग और उपसतही ड्रिप सिंचाई से बढ़ सकती है भिंडी की पैदावार
मल्चिंग सिंचाई से अधिकतम जल उपयोग क्षमता 40.27 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रति मिलीमीटर के साथ भिंडी की औसत पैदावार में 16.92 प्रतिशत की वृद्धि ...
नमी है कम, तब भी नहीं गम
वैज्ञानिकों ने नमी की कमी में उगाई जा सकने वाली किस्मों के लिए मेथी के आनुवांशिक गुणों की खोज की।
रिमोट सेंसिंग से हो सकेगा फसलों के नुकसान का सटीक आकलन
भारत में अक्सर ओले पड़ने और भारी बारिश के कारण फसलों को बहुत नुकसान होता है और इसका समय पर सटीक मूल्यांकन न हो ...
दक्षिण भारत में तेजी से बंजर हो रही है उपजाऊ भूमि
2011 से 2013 के बीच आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में इन राज्यों के कुल भौगोलिक क्षेत्र का क्रमशः 14.35, 36.24 और 31.40 प्रतिशत ...
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बचा सकती हैं बाजरे की संकर किस्में
शुष्क क्षेत्रों में सूखा एवं तापमान सहन करने में सक्षम फसलों की संकर किस्मों का उपयोग किया जाए तो जलवायु परिवर्तन के असर को ...