उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटा, भारी बारिश के बाद जोशीमठ पर मंडराया संकट
तीन दिन से चल रही भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी बारिश का खतरा बना हुआ ...
उत्तराखंड: चंपावत में 24 घंटे में 593 और नैनीताल में 535 मिलीमीटर बारिश, भारी नुकसान
कुमाऊं क्षेत्र में पंतनगर और मुक्तेश्वर में 24 घंटे के दौरान बारिश के ऑलटाइम रिकॉर्ड से करीब दोगुना ज्यादा बारिश हुई। पिछले रिकॉर्ड मानसून ...
अब उत्तराखंड के धारचूला में भूस्खलन, 7 लोगों की मौत का अंदेशा
लगातार पहाड़ियां दरकने से घाटी के जुम्मा गांव में 7 लोगों की मौत की आशंका। काली नदी में उफान से धारचूला नगर खाली करवाया ...
चमोली आपदा: ऋषिगंगा में बनी झील से कितना हो सकता है नुकसान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि ऋषि गंगा क्षेत्र में 400 मीटर लंबी झील बनने की आशंका है
दो साल में ऐसे बचा लिया 50 लाख लीटर पानी
उत्तराखंड के दो विकासखंडों के सात गांवों में इन दो वर्षों में 312 भूमिगत कच्चे टैंक बनाकर 50 लाख लीटर से ज्यादा पानी बचाया ...
जल संकट का समाधान: ग्रामीणों ने सूखारौला को बना दिया सदानीरा गाडगंगा
उत्तराखंड में पौड़ी जिले के उफरैंखाल व आसपास के गांवों के लोगों ने बरसाती नाले को न सिर्फ एक छोटी सदानीरा नदी बना दिया, ...
ऑल वेदर रोड पर बन रहे हैं नए लैंड स्लाइड जोन, एक और दुर्घटना हुई
उत्तराखंड में बन रही ऑल वेदर रोड पर भूस्खलन की वजह से एक और बड़ी दुर्घटना हुई है
उत्तराखंड: देहरादून में फटा बादल, टिहरी-पौड़ी में भी तबाही
उत्तराखंड में अब तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी, लेकिन दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने हालात बदल दिए ...
उत्तराखंड में 60 घंटे तक लगातार भारी बारिश, नदियों का जलस्तर बढ़ा
उत्तराखंड में अब तक कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, लेकिन जगह-जगह भूस्खलन के कारण लोग सहमे हुए हैं
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में कोविड-19 के मामले बढ़े तो कम कर दी टेस्टिंग
कोविड-19 के लक्षण विकसित होने के बाद लोगों को टेस्ट कराने के लिए 10 किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है, लेकिन वहां भी टेस्ट ...
उत्तराखंड: इस बार पहाड़ों में चश्मे भी नहीं फूटे , 500 जलस्रोत सूखने की कगार पर
कम बरसात के कारण उत्तराखंड में अब तक चश्मे नहीं फूटे हैं, वहीं पूरे राज्य में जल स्त्रोत तेजी से सूख रहे हैं
ऑल वेदर रोड: ऋषिकेश से हेलंग तक दोगुने हो गये भूस्खलन क्षेत्र
ऑल वेदर रोड को लेकर पर्यावरणविदों और भूवैज्ञानिकों की आशंका को पहली ही बरसात में सच साबित हो रही है। कई पुराने और लगभग निष्क्रिय ...
उत्तराखंड में तीन दिन में 400 फीसदी अधिक बारिश, भारी नुकसान
उत्तराखंड में इस साल जलवायु परिवर्तन का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है, राज्य में सामान्य से कम बारिश होने के बावजूद ...
श्मशान घाट से ग्राउंड रिपोर्ट: उत्तराखंड में भी कोविड-19 से हो रही मौत के आंकड़ों से खेल?
उत्तराखंड में 5 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच कुल 33 लोगों की मौत कोविड-19 से हुई। इनमें से 29 मौतें देहरादून में हुई
क्या उत्तराखंड के जंगलों को आग से बचा पाएंगे 10 हजार वन प्रहरी
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 10 हजार वन प्रहरियों की नियुक्ति की घोषणा की है, लेकिन क्या इस पर अमल हो ...
उत्तराखंड में एक बार फिर तबाही, ग्लेशियर लेक टूटने या एवलांच का अंदेशा
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाने जाएगी उनकी टीम
लॉकडाउन का फायदा उठा माफिया खोद रहे हैं नदियां
उत्तराखंड में सुदूर थराली से लेकर कोटद्वार और हल्द्वानी तक से इन दिनों नदियों में अवैध खनन के मामले में हाईकोर्ट ने रिपोर्ट तलब ...
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का डबलिंग रेट खतरनाक
राज्य के पर्वतीय जिले सामुदायिक संक्रमण की स्थिति में पहुंच रहे हैं, वहीं क्वारंटीन सेंटरों में होने वाली मौतों की संख्या भी लगातार बढ़ ...
उत्तराखंड के जंगलों की आग रोकने के लिए कितनी गंभीर है सरकार
2016 में लगी भीषण आग के बाद उत्तराखंड वन विभाग ने विश्व बैंक से 600 करोड़ रुपए की मांग की थी
उत्तराखंड के जंगलों में 24 घंटे में 65 जगह लगी आग, वृक्ष मानव का जंगल भी स्वाहा
1 अक्टूबर 2020 से लेकर 4 अप्रैल, 2021 की सुबह तक उत्तराखंड के 1297.43 हेक्टेअर जंगल जल चुके हैं। यह क्षेत्र करीब 2400 फुटबाल ...
मॉनसून आते ही ऑलवेदर रोड बन गई जानलेवा, अब तक पांच की मौत
सरकार का दावा है कि चार धाम मार्ग 12 महीने चलेगा, लेकिन मॉनसून आते ही यह राजमार्ग जगह-जगह से बंद है
उत्तराखंड: बांध की खातिर फिर डूबा एक और गांव
1972 में यमुना पर ब्यासी जल विद्युत परियोजना पर काम शुरू किया गया है, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था
50 घंटे से जल रहा देहरादून में कचरे का पहाड़, प्रशासन छिपा रहा है सूचना
पिछले चार वर्ष से ज्यादा समय से देहरादून और आसपास के कस्बों के कचरे से बना पहाड़ पिछले 50 घंटे से ज्यादा समय से ...
घर-घर नल के बावजूद पानी 8 किमी दूर
दोगी पट्टी के इन गांवों में तीसरे या चौथे दिन बमुश्किल 30 मिनट से लेकर एक घंटे तक के लिए पानी मिल रहा है, ...
खतरे में गौरा का गांव, गौरा देवी की प्रतिमा भी हटाई
जंगलों को बचाने के लिए जिस गांव रैणी से चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई, आज उसी गांव पर अस्तित्व का संकट बना हुआ है