लाॅकडाउन से कैसे जूझ रहा है सुंदरवन?
सुंदरवन में लगभग 100 द्वीप हैं जिनमें से 54 द्वीप पर लोग रहते हैं। यहां की आबादी करीब 45 लाख है
कोविड-19 लॉकडाउन: 28 फीसदी प्रवासी मजदूरों को कमरे के किराये के लिए किया गया परेशान
हाउसिंग एंड लैंड राइट्स नेटवर्क ने दिल्ली में काम करने वाले अलग-अलग राज्यों के लोगों पर सर्वेक्षण किया
कोविड-19: जरूरतमंदों को रोजगार भी मिल रहा, कोरोनावायरस से मुठभेड़ भी हो रही
स्वयंसेवी संस्था ‘गूंज’ देशभर के अलग-अलग राज्यों में हजारों लोगों से मास्क और सैनिटरी पैड बनवा कर उन्हें रोजगार दे रहा है
पीएम किसान सम्मान: बिहार के 31.57 लाख किसानों को नहीं मिला पैसा
लॉकडाउन की वजह से किसानों को परेशानी न हो, इसलिए केंद्र सरकार ने पीएम किसान सम्मान की राशि पहले देने की घोषणा की है
बिहार की 1.30 करोड़ आबादी को खाने के लाले: ज्यां द्रेज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में ज्यां ने कहा है कि 30 प्रतिशत आबादी की पहुंच सरकारी राशन दुकानों तक नहीं है
लॉकडाउन: 30 प्रतिशत प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए लिया कर्ज: स्टडी
लॉकडाउन के बाद घर लौट रहे प्रवासियों पर किए गए अध्ययन में पाया कि 52 फीसदी लोगों के पास 1 एकड़ से कम जमीन ...
अब खड़ी फसल में आग लगने की घटनाओं ने बढ़ाई किसानों की मुसीबत
लॉकडाउन की वजह से खेतों में फसल की कटाई में देरी हो रही है, वहीं अब खड़ी फसल में आग लगने से किसानों की ...
सरकारी आदेश ताक पर, बिहार में नहीं हो रही गेहूं की खरीद
डाउन टू अर्थ ने कैमूर, बक्सर, सारण, सीतामढ़ी, मधेपुरा समेत एकदम दर्जन जिलों के किसानों से बात कर जानने की कोशिश की कि उनके ...
कोरोनावायरस: लॉकडाउन में ओजोन प्रदूषण में हुआ भारी इजाफा
कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन के दौरान 22 शहरों में ओजोन के स्तर का विश्लेषण के बाद सीएसई ने एक ...
लॉकडाउन: मिथिला पेंटिंग बनाने वाले कलाकार दाने-दाने को मोहताज
मिथिला पेंटिंग्स के अलावा बिहार में और भी लोक कलाएं हैं, जो हजारों परिवारों को दो जून की रोटी मुहैया कराती हैं
बिहारी मजदूरों की नियति बन गया है पलायन
बिहार मूल के लगभग 36.06 लाख लोग महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, गुजरात, पंजाब और असम में रहते हैं
COVID-19: Bihar's standing rabi wheat, maize under lockdown
Delay in harvesting standing crops of wheat and maize on over 7 million ha in Bihar will be disastrous for farmers