भूख और भूख सूचकांक को स्वीकारना जरूरी है!
भूख को जब समग्रता में नहीं देखा जाता है तब तथ्यों को नकारा जाता है। वैश्विक भूख सूचकांक के रिपोर्ट के साथ भी यही ...
संसद में आज: जनवरी 2023 में उत्तर भारत में शीतलहर की 74 घटनाएं दर्ज की गई
देश में महिला शोधकर्ताओं (एफटीई) की संख्या 56,747 है जो कि कुल शोधकर्ताओं का 16.6 फीसदी है
संसद में आज (22 जुलाई 2022): देश में गेहूं का कोई संकट नहीं है-कृषि मंत्री
मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 2020 में उत्तर प्रदेश में कैंसर के 2,01,319 मामले थे जो कि देश भर में सबसे अधिक हैं